Udaipur. भारतीय रिजर्व बैंक मुंबई के कार्यकारी निदेशक जी. पद्मनाभन ने कहा कि विदेशी मुद्रा नियमों व विनियमों के बारे में जनता में जागरूकता लाने की जरूरत है। साथ ही इन पर जनता की प्रतिक्रियाएं भी जानने की आवश्यतकता है। वे यहां प्रतापनगर स्थित होटल वैली व्यू में गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक व विदेशी मुद्रा विभाग जयपुर द्वारा आयोजित “आप के लिए विदेशी मुद्रा” के विषयक कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने विदेशी मुद्रा से संबंधित वर्तमान घटनाक्रम पर चर्चा के अलावा ऐसे आयोजनों की आवश्यकता और महत्व पर बल दिया। अध्यंक्षता करते हुए विदेशी मुद्रा विभाग के मुख्य महाप्रबंधक रूद्र नारायण कर ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 की मुख्य विशेषताएं बताई और क्षेत्र में नई घटनाओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया. आरबीआई के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. सत्यन डेविड ने वर्तमान हालात में विदेशी मुद्रा से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। वार्ता सत्र के दौरान, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिभागियों के प्रश्नों के जवाब रिजर्व बैंक के अधिकारियों ने दिये।
प्रतिभागियों को विदेश से धन के फर्जी प्रस्तावों के खतरे से सावचेत किया गया। आरबीआई के अधिकारियों ने प्रतिभागियों को सलाह दी कि इंटरनेट, ई-मेल, एसएमएस के माध्यम से प्राप्त इस प्रकार के झूठे प्रस्तावों का शिकार नहीं होना चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक के अधिकारियों ने बताया कि वे भी इन खतरों के बारे में आम जनता को समझाए। उन्होने यह सलाह भी दी कि इस प्रकार के झूठे प्रस्ताव मिलने पर, लोगों को तुरंत पुलिस विभाग के साइबर क्राइम सेल को सूचित करना चाहिए ताकि दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जा सके। कार्यक्रम के अंत में भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा विभाग, जयपुर के उपमहाप्रबंधक ए॰ बी॰ दास द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का आभार व्यक्त किया गया। संचालन भारतीय रिज़र्व बैंक, विदेशी मुद्रा विभाग, जयपुर के सहायक महाप्रबंधक एम॰ एल॰ मीणा ने किया। कार्यक्रम में भारतीय रिजर्व बैंक के विदेशी मुद्रा विभाग, जयपुर के वरिष्ठ अधिकारियों सहित वाणिज्यिक बैंकों, प्राधिकृत डीलरों, व्यापार और उद्योग निकायों, निर्यातकों और आयातकों के अलावा, चार्टर्ड एकाउंटेंट, कंपनी सचिव और विभिन्न कॉलेजों से आमंत्रित छात्रों ने सत्र में भाग लिया.