कूडो (मार्शल आर्ट) को मिली सरकार से मान्यता
उदयपुर। चार दिवसीय उदयपुर ऑल राजस्थान स्टेट कूड़ो (मार्शल आर्ट) चैम्पियनशिप- 2015 निकटवर्ती काया गांव स्थित स्पोर्ट्स हॉल में हुईं। अंतिम दिन स्वर्ण, रजत एंव कांस्य पदक के लिए राज्य भर से आये 105 कूडो खिलाडिय़ों के बीच स्पर्धाएं हुई, जिसमें सर्वाधिक 22 गोल्ड मेडल जीत कर उदयपुर टीम विजेता बनी।
मुख्य अतिथि मोहनलाल सुखाडि़य़ा विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स बोर्ड के सचिव व भारतीय मुक्केबाजी संघ के जितेन्द्रसिंह चौहान थे। चौहान ने बताया कि भारत सरकार एंव स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने कूडो को मान्यता प्रदान कर दी। इससे अब इस खेल के खिलाडिय़ों को नौकरी में 5 प्रतिशत आरक्षण मिल जाएगा। उन्होंने कहा कि विवि के सभी कॉलेजों में छात्राओं हेतु कूडो (मार्शल आर्ट) ट्रेनिंग शुरू करने की सिफारिश की जाएगी ताकि छात्राओं को आत्मसुरक्षा के गुर सिखाए जा सकें। उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढी के कूडो बेस्ट मार्शल आर्ट है।
विशिष्टम अतिथि रॉकवुड हाई स्कूल व सीपीएस के निदेशक दीपक शर्मा ने कहा कि स्कूल कूडो मार्शल आर्ट के विद्यार्थियों को तैयार करने में हरसंभव मदद करने को तैयार है। टूर्नामेन्ट के निदेशक एवं मुख्य प्रशिक्षक रेन्शी राजकुमार मेनारिया ने बताया कि स्कूल गेम्स कलेण्डर में कूडो को शामिल करने के बाद पहली बार उदयपुर में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में विभिन्न जिलों के 105 कूडो खिलाडिय़ों ने भाग लिया। कूडो फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुंबई के मुख्य प्रशिक्षक शेहान मेहुल वोरा ने खिलाडिय़ों को आत्मसुरक्षा की विशेष कला आईकेआई जुजुत्सु के कई कारगर रहस्य बताएं तथा उनका प्रशिक्षण दिया।
समारोह में जिम्नास्टिक एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के उपाध्यक्ष अनुराग भटनागर, समाजसेवी योगेश पगारिया, राधेश्याम मेनारिया बतौर विशिष्टन अतिथि मौजूद थे। समारोह का मुख्य आकर्षण राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता शान्दाय विपाश मेनारिया एंव शेम्पाय हिम्मतसिंह द्वारा किया गया फुल कान्टेस्ट स्पाय प्रदर्शन रहा। इस अवसर पर तकनकी कान्ता बुन्काई भी प्रदर्शन सराहनीय रहा। समारोह में जितेन्द्र सिंह ने प्रथम रही उदयपुर टीम को तथा दीपक शर्मा ने उप विजेता रही बीकानेर की टीम को ट्रॅाफी व पदक प्रदान किए। अंत में सचिव संजय व्यास ने धन्यवाद दिया। राजकुमार मेनारिया ने बताया कि प्रतियोगिता में उदयपुर-बीकानेर की 12 छात्राओं ने गोल्ड मेडल, 3 महिलाओं ने गोल्ड मेडल, उदयपुर, बीकानेर, बाड़मेर व श्रीगंगानगर के 22 लडक़ों ने गोलड मेडल तथा 16 सिल्वर मेडल जीते।