मुनिवृन्दों के वृहद् मंगलपाठ से नववर्ष का आगाज
उदयपुर। श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के श्रावक-श्राविकाओं के नववर्ष का आगाज एक साथ तीन तीन शासन श्री मुनिवृंदों सहित आठ मुनिजनों के वृहद मंगलपाठ से हुआ। नववर्ष पर शुक्रवार सुबह तेरापंथ धर्मसंघ के तीन तीन वरिष्ठ संतों शासन श्री मुनि राकेश कुमार, मुनि श्री रवीन्द् मुनि एवं मुनि हर्षलाल की सन्निधि में प्रज्ञा शिखर महाप्रज्ञ विहार में वृहद् मंगलपाठ का आयोजन हुआ।
श्रद्धालुओं से खचाखच भरे हॉल में मुनि राकेश कुमार ने श्रदालुओं को जीवन में नववर्ष में कुछ नवीनता लाने की प्रेरणा देते हुए एक वर्ष के लिए कुछ न कुछ स्वेच्छा से संकल्प ग्रहण करने का निर्देश दिया। मुनिश्री ने कहा कि संकल्प ऐसा ग्रहण करो जिससे जीवन में रूपांतरण आना शुरू हो जैसे जिनको क्रोध अधिक आता है, वो इसे अल्प करने का संकल्प करें। जो सामायिक नहीं करते, वो सामायिक करना शरू करें। सामायिक से मतलब 48 मिनिट तक मन, वचन, काया से पापकारी प्रवृत्ति का त्याग करना होता है। शासनश्री मुनि राकेश कुमार ने श्रद्धालुओं को वृहद् मंगलपाठ फरमाया।
शासनश्री मुनि हर्षलाल ने भक्तामर पाठ के पांच पद्यों की स्तुति की वहीं शासनश्री मुनि रविन्द्र कुमार ने उपसर्गहर स्त्रोत का पाठ किया। मुनि यशवन्त कुमार ने संचालन करते हुए विभिन्न मंत्रोच्चार के द्वारा 2016 सभी के लिए मंगलकारी होने की भावनाएं प्रेषित की। कार्यक्रम में मुनि सुधाकर, मुनि दीपकुमार, मुनि दिनकर, मुनि शान्तिप्रिय भी उपस्थित थे।
तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने नववर्ष पर समाजजनों को शुभकामनाएं देते हुए इस वर्ष भी सहयोग की आकांक्षा की। इस अवसर पर कार्यक्रम में मौजूद 14 फरवरी को बेंगलुरु में दीक्षा लेने वाली मुमुक्षु सुरभि बीकानेरिया के भावी जीवन के प्रति मंगलकामनायें प्रेषित की गई। कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष सुबोध दुग्ग्ड़ ने किया। इस अवसर पर तेयुप मंत्री अजीत छाजेड़, विनोद माण्डोत, अभिषेक पोखरना भी मौजूद रहे।