पेसिफिक विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेन्ट में अध्ययनरत विद्यार्थियों के दल ने इन्डस्ट्रियल विजिट कार्यक्रम के अन्तर्गत माउन्ट आबू स्थित रिन्युबल एनर्जी प्लांट का दौरा किया तथा सौर उर्जा व पवन उर्जा के बारे में जाना।
डीन प्रो. महिमा बिरला ने बताया कि आज के दौर में अक्षय उर्जा कितनी महत्वपूर्ण होती जा रही है यह सभी जानते हैं। वर्तमान में अधिकतर विद्युत उत्पादन कोयले का उपयोग कर हो रहा है। परंतु, कोयला आने वाले कुछ वर्षों में समाप्त हो जाएगा। अतः ऐसे संसाधन विकसित होने आवश्यक है जिनसे विद्युत उत्पादन भी हो परन्तु वे कभी समाप्त न हों। इसीलिए सौर शक्ति एवं पवन शक्ति से उत्पादित होने वाली उर्जा को अक्षय उर्जा या रिन्युबल एनर्जी कहा जाता है, क्यों कि धूप और हवा कभी खत्म नहीं होगी। भारत में और संपूर्ण विश्व में अधिक से अधिक अक्षय उर्जा उत्पादन में वृद्धि का प्रयास चल रहा है।
उन्होंने बताया कि ऐसे परिदृष्य में अक्षय उर्जा के महत्व को देखते हुए पेसिफिक फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट के छात्र-छात्राओं ने एक रिन्युबल एनर्जी क्लब का गठन किया है। क्लब की गतिविधि के अन्तर्गत इस इन्डस्ट्रियल विजिट का आयोजन किया गया। आज अक्षय उर्जा सेक्टर नौकरी हेतु एक प्रमुख सेक्टर है तथा उसका व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करना एम.बी.ए. छात्रों को कोर्स पूरा करने के पश्चात् नौकरी पाने में सहायक सिद्ध होगा। विजिट के दौरान छात्र-छात्राओं ने माउन्ट आबू में स्थापित पवन-उर्जा व सौर उर्जा प्लांट का अवलोकन किया व उसके क्रिया-प्रणाली तथा ऐसे प्लांट के संचालन से संबंधित प्रबन्धकीय आवश्यकताओं के बारे में जाना।
विजिट पर गए छात्र-छात्राओं ने बताया कि यह इन्डस्ट्रियल विजिट उनके लिए अत्यंत उपयोगी रही व उन्हें अक्षय उर्जा जैसे सामयिक क्षेत्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला। विजिट में एम.बी.ए. के 66 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया जिनका नेतृत्व कॉलेज फैकल्टी दिपिन माथुर, नरेन्द्र चावड़ा व अली यावर राहा ने किया।