पेसिफिक विश्वविद्यालय के संघटक कृषि महाविद्यालय में प्रोफेसर बी.पी. शर्मा प्रेसिडेंट, पेसिफिक यूनिवर्सिटी द्वारा मौली खोलकर जीन बैंक एवं फसल म्यूज़ियम का उद्घाटन किया गया।
इस जीन बैंक में देश में उगाई जाने वाली विभिन्न फसलों की किस्मों के बीजों व फलों को संरक्षित कर सुचारू रूप से प्रदर्शित किया गया है। इससे पूर्व कॉलेज के डीन डॉ. एस.आर. मालू ने प्रोफेसर शर्मा का स्वागत कर उन्हें विद्यार्थियों द्वारा तैयार किये गये विभिन्न औषधीय एवं सुगन्धित पौधो के हर्बल गार्डन का अवलोकन कराया। कॉलेज में महीने भर से चल रहे सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने भी एक पौधा रोपित किया।
पेसिफिक कृषि महाविद्यालय में हो रहे विकास एवं उसमें विद्यार्थियों की भागीदारी की उन्होंने सरहाना की। इस अवसर पर जैव विवधता एवं छोटे खाद्यान्नो के महत्व पर लगाईं प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। कॉलेज द्वारा निर्मित दक्षिणी राजस्थान के “जैव विविधता का रजिस्टर” की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए, इसे ऑनलाइन करने की आवश्यकता बताई जिससे अधिक से अधिक लोग उससे जानकारी प्राप्त कर सके।
विद्यार्थियों एवं फेकल्टी को संबोधित करते हुए प्रो. शर्मा ने जल सरक्षण, भिन्न मित्र कीटों, पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती एवं जैव विविधता, संरकक्षण आदि, की उपयोगिता बताई एवं विद्यार्थियों को आह्वान करते हुए उन्होंने टिकाऊ खेती द्वारा किसानों के आर्थिक उन्नयन की बात कही। सांख्यिकी आकड़ों एवं विभिन्न कृषि गतिविधियों द्वारा उन्होंने बताया कि किस तरह देश में उत्पादन बढाकर पुरे विश्व में भारत अग्रणी बन सकता है। अंत में डॉ. ऐ.यू. सिद्दीकी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में डॉ. जी.एल.शर्मा, डॉ. मोनिका जैन, डॉ. शिप्रा पालीवाल एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।