Udaipur. राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिंधी बाजार में आरोग्य दिवस के अन्तर्गत आज 47 वां शिविर सुबह 9 बजे से 11 बजे तक निशुल्क डायबिटीज जांच औषधालय में की गई। शिविर में कुल 162 रोगियों ने निशुल्क जांच करवा कर परामर्श लिया।
आयुर्वेद चिकित्साधिकारी विद्या वारिधि वैद्य (डॉ.) शोभालाल औदिच्य ने बताया कि अत्यधिक चावल, दही, मिठाई, ज्यूस व खानपान मे अनियमितता, शारीरिक श्रम का अभाव ही डायबिटीज का मुख्य कारण है। यह रोग पाचन संस्थान संबंधी दोष के कारण होता है। मस्तिष्कय से अधिक काम लेने से भी अक्सर यह रोग हो जाता है। इस समय व्यक्ति को चलने की बजाय खडा़ रहना, खडे़ रहने की बजाय बैठना, बैठने की बजाय लेटना, लेटने की बजाय सोना आदि लक्षण नजर आने लगे तो तुरन्त चिकित्सक से सम्पर्क करें। अतः भारतीय जीवनशैली अपनाकर एवं खान-पान पर नियंत्रण कर डायबिटीज से बचा जा सकता है।
वैद्य औदीच्य ने बताया कि आयुर्वेद में बतायी दिनचर्या, ऋतुचर्या का पालन कर एवं अपने खान-पान में आंवला, हल्दी, करेला, जामुन की गुठली, विजयासार, मैथी, गुड़़मार, दारू हल्दी, बेहड़ा, हरड़, देवदारू आदि का प्रयोग कर डायबिटीज रोग से बचा जा सकता है। शिविर में विषय विशेषज्ञ डॉ. विष्णुज बंशीवाल, नर्स रुक्मिणी खराडी़, अमृतलाल परमार, नर्स इंदिरा डामोर, शंकर मीणा, रामसिंह ठाकुर ने निशुल्क सेवाएं प्रदान की। आयुर्वेद आरोग दिवस के अन्तर्गत प्रत्येक बुधवार को लगने वाले शिविरो के अन्तर्गत 5 जून को थायराईड रोग निवारण शिविर लगाया जायेगा।