दी उदयपुर महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक पर धोखाधडी का मुकदमा दर्ज
16 लाख के लोन के एवज में जब्त कर ली पांच करोड की प्रापर्टी
उदयपुर। दी उदयपुर महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक द्वारा लोन की रकम वसूली के लिए फर्जी दस्तावेजों की मदद से लोन लेने वाले ग्राहक की करोडों के मूल्य की सम्पत्ति को अवैध रूप से जब्त करने की जानकारी सामने आई है। मजे की बात यह कि चौदह साल पहले बैंक द्वारा 16 लाख रुपए लोन के रूप में दिए गए थे जिन्हें ब्याज समेत 1 करोड़ 49 लाख 51 हजार 164 रूपए बताकर बैंक ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए ग्राहक की पांच करोड मूल्य की सम्पत्ति जब्त कर ली।
पुलिस के अनुसार मनोज अग्रवाल ने बैंक की अध्यक्ष सविता अजमेरा, सीईओ एसएल अलावत, सीनियर मैनेजर मीनाक्षी नागर, प्राधिकृत अधिकारी एस. के. चित्तोडा एवं एसएनजी एनफोर्समेंट एजेंसी के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। इसमें पुलिस द्वारा बयान के लिए बुलवाने पर बैंक प्रबंधन मंडल मीटिंग के नाम पर तीन दिन से टालमटोल कर रहे है। मनोज अग्रवाल ने बताया कि हिरणमगरी सेक्टर 14 स्थित करधर कॉम्प लेक्स का स्वामित्व उनकी पत्नी राजकुमारी अग्रवाल की डायरेक्टरशिप वाली कंपनी स्वास्तिक बिल्ड मार्ट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से है। कभी इस संपत्ति को किसी भी वित्तीय संस्थान से ना तो मोर्टगेज कर लोन लिया गया ना ही कभी कहीं गिरवी रखी है लेकिन दी उदयपुर महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक ने चौदह साल पूर्व राजकुमारी अग्रवाल द्वारा हाउसिंग लोन के पेटे लिए गए 16 लाख रूपए की वसूली के लिए कागजातों में भारी हेराफेरी, मोर्टगेज रजिस्टर में कांट छांट कर व न्यायालय वसूली अधिकारी के नाम के फर्जी लेटर हेड व सील बनाकर उनकी संपति को जब्त कर लिया।
मनोज अग्रवाल ने बताया कि बैंक ने डेब्ट रिकवरी टिब्यूनल में भी साल 2006 में उक्त फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से वसूली का प्रयास किया लेकिन प्रार्थीगण द्वारा उक्त कूटरचित दस्तावेजों की शिकायत करने एवं उन्हें जब्त करने की प्रार्थना करने पर बैंक ने उक्त केस को ही वापस ले लिया जिस पर रिकवरी टिब्यूनल ने बैंक पर जुर्माना लगाया एवं फर्जी दस्तावेजों की सत्यापित प्रतिलिपियां प्रमाण के तौर पर सुरक्षित रखवाने का आदेश दिया। आठ साल की चुप्पी के बाद बैंक ने पुन: अवैध वसूली का प्रयास करते हुए एडवोकेट सत्यनारायण गुप्ता की एनफोर्समेंट एजेंसी के माध्यम से प्रॉपर्टी में अनाधिकृत प्रवेश कर जब्ती की नोटिस चस्पा कर दी एवं बाद में जब्त करने की सूचना सार्वजनिक कर दी। अग्रवाल ने एजेंसी के खिलाफ भी भूपालपुरा थाने एवं बार काउंसिल में शिकायत दर्ज करवाई है।
उधर दी उदयपुर महिला अरबन कॉपरेटिव बैंक चेयरपर्सन सविता अजमेरा ने बताया कि बैंक अपना काम कर रहा है। बैंक का सारा काम हमारे सीईओ देखते हैं। वे ही इसके बारे में जानकारी देंगे।