उदयपुर। मीडिया गु्रप द्वारा पेसिफिक विश्वविद्यालय को शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान हेतु एज्यूकेशन एक्सीलेंस 2021 अवार्ड दिया गया। पेसिफिक विश्वविद्यालय राजस्थान में यह अवार्ड प्राप्त करने वाला एक मात्र विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय ने विगत 24 वर्षों की शिक्षण क्षेत्र में समाज को सेवा दी हैं उसके लिए अनेकों मापदण्ड़ों पर खरा उतर कर यह अवार्ड अपने नाम पर किया।
पेसिफिक संस्थान के चेयरमेन राहुल अग्रवाल जिनका सपना था कि इस विश्वविद्यालय को भारत के मानचित्र पटल पर गुणवत्तापूर्ण, सस्ती व सुलभ शिक्षा जनसाधारण को मुहैया होवें। विश्वविद्यालय इसकी ओर अग्रसर है ओर यह अवार्ड उनके अथक प्रयासों को परिलक्षित करता हैं। विश्वविद्यालय की ओर से कुलपति प्रो. कृष्णकान्त दवे ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को ग्रहण किया। यह अवार्ड होटल ताज पैलेस नई दिल्ली में दिया गया। प्रो. कृष्णकान्त दवे को पेनल डिस्कशन के लिए भी आंमत्रित किया गया था। जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पुरण चन्द जोशी. हिन्दुस्तान के मैनेजिंग एडिटर शमशेर सिंह व मनोज जिज्ञासु व भारत की अग्रणीय शिक्षण संस्थानों के कुलपति आदि उपस्थित थे। इस प्रोग्राम का राष्ट्रीय स्तर पर सीधा प्रसारण किया गया था। भारत शिक्षा के क्षेत्र का ट्यूरिजम हब कैसे बने व ऐसे कौनसे पाठ्यक्रम प्रारम्भ करे, जिससे विदेश से विद्यार्थी भारत में आकर शिक्षा प्राप्त कर सके, कुलपति प्रो. कृष्णकान्त दवे ने इस पर व्याख्यान भी दिया। पेसिफिक विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार शरद कोठारी व विश्वविद्यालय के डीन व डायरेक्टरस् ने इस उपलब्धि की सराहना की व विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारियों ने पूर्ण निष्ठा के साथ इस क्षेत्र में और कार्य करने पर दृढ़ संकल्प किया। कार्यक्रम में शिक्षा जगत से जुड़ी शख्सियतों को सम्मानित किया गया. शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों के हौसले और जज्बे को सलाम किया। कोरोना संकट के दौरान और उसके बाद शिक्षा को नई रफ्तार देने में किसी भी यूनिवर्सिटी, कॉलेज और इंस्टीट्यूशन की कितनी भूमिका रही। कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में काफी परेशानियां सामने आईं ऐसे में ये सभी बातें समझने की जरूरत है कि यूनिवर्सिटी, कॉलेज और इंस्टीट्यूशन छात्रों के सामने आ रही बाधाओं को कैसे दूर कर रहे, चुनौतियों से निपटने के लिए छात्रों को कैसे जागरूक कर रहे, हायर एजुकेशन के बारे में छात्रों को कैसे जानकारी दे रहे, एडमिशन प्रक्रिया को आसान बनाने में कितना योगदान है, कंपटीशन के लिए छात्रों को कैसे तैयार कर रहे. क्योंकि पढ़ाई को बंद नहीं होने दिया गया।