सुनील गोठवाल
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के चिकित्सकों की टीम ने 28 सप्ताह की गर्भवती 20 वर्षीय महिला का गंभीर स्वास्थ्य जटिलताओं का उपचार कर नया जीवन दिया। इस सफल इलाज में मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.वीरेन्द्र गोयल के नेतृत्व उनकी टीम के डॉ.जयेश त्रिवेदी, डॉ. केयूर सोनी, डॉ. अतुल गुप्ता, डॉ. प्रिया, डॉ. सोहेल एवं डॉ. शुभम का योगदान रहा।
दरअसल कविता निवासी 20 वर्षीय महिला अत्यधिक उच्च रक्त शर्करा, श्वॉस लेने मे दिक्कत एवं चक्कर आने की समस्या के चलते पीएमसीएच के स्त्री एवं प्रसूति विभाग में भर्ती कराया गया था। महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे मेडिसिन विभाग के आईसीयू में स्थानांतरित किया गया।
मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.वीरेन्द्र गोयल ने बताया कि महिला की जॉच करने पर रक्त शर्करा का स्तर असामान्य रूप बडने,डायबिटिक केटोसिडोसिस के साथ ही मूत्र मार्ग संक्रमण और टाइफाइड बुखार की पुष्टि भी हुई। डॉ.गोयल ने बताया कि मरीज को इंसुलिन इंजेक्शन द्वारा रक्त शर्करा को नियंत्रित किया गया, जबकि एंटीबायोटिक्स और अन्य आवश्यक दवाओं से मूत्र मार्ग संक्रमण और टाइफाइड बुखार का उपचार किया गया। चिकित्सकों ने मरीज की हीमोडायनामिक स्थिरता (रक्तचाप, हृदय गति आदि का संतुलन) सुनिश्चित करने के लिए लगातार निगरानी रखी।
मेडिसिन विभाग के डॉ.जयेश त्रिवेदी ने बताया कि चिकित्सकीय टीम के प्रयासों से रोगी की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। कुछ दिनों में उसकी रक्त शर्करा नियंत्रित हो गई, मूत्र मार्ग संक्रमण और टाइफाइड बुखार का प्रभाव भी कम हो गया। इस मामले में त्वरित चिकित्सकीय हस्तक्षेप और उचित उपचार से रोगी की और उसके गर्भस्थ शिशु की जान बचाई जा सकी। महिला को स्वस्थ अवस्था में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।