पुलिस के मौके पर नहीं पहुंचने की शिकायत से मिलेगी राहत
Udaipur. शहर पुलिस के वाहनों के बेड़े में छह हॉक और शामिल कर दी गई है। यही नहीं ये सभी हॉक अत्याधुनिक संसाधनों से लैस है। शहर के सभी थानों में अब चार की जगह सभी 10 थानों में हॉक रहेगी।
पुलिस अधीक्षक महेश गोयल ने आज पुलिस लाइन में पत्रकारों से बातचीत में बताया कि ये हॉक विभिन्न थाना क्षेत्रों में खड़ी अवश्य रहेगी लेकिन इनका सम्बन्ध थाना पुलिस से न होकर सीधे कंट्रोल रूम से रहेगा। इन सभी हॉक के दोनों ओर कंट्रोल रूम के नम्बर लिखवाए गए हैं ताकि पीडि़त तुरंत कंट्रोल रूम पर फोन कर सके। गोयल ने बताया कि पहले सभी हॉक के अलग-अलग नम्बर थे लेकिन उससे काफी कन्फ्यूजन रहता था। अब केन्द्रींकृत होने से हॉक का पता रहेगा कि उसकी लोकेशन क्या है क्योंकि अब यह कंट्रोल रूम से ही संचालित होगी।
गोयल ने बताया कि नई दिल्ली पुलिस की तर्ज पर इन हॉक में ऊपर की ओर तेज चमचमाती लाइट्स लगाई गई हैं। इनमें जनता को संदेश प्रसारित करने के लिए अत्याधुनिक स्पष्ट आवाज वाला लाउड स्पीकर लगाया गया है। साथ ही इनमें एम्बुुलेंस सहित विभिन्न आपात स्थितियों के हूटर भी लगाए गए हैं। यदि एम्बुलेंस किसी भीड़ में अटक जाए तो हॉक वहां पहुंचकर एम्बुलेंस जैसा ही सायरन बजाकर उसे तुरंत वहां से रवाना करने जैसी परिस्थितियां बनाएगी।
एक सवाल के जवाब में गोयल ने बताया कि हालांकि स्टाफ की कमी तो बहुत है लेकिन फिर भी एडजस्ट किया जाएगा। फिलहाल प्रत्येक हॉक में न्यूनतम तीन और अधिकतम चार का स्टाफ रहेगा। नई दिल्ली में भी जैसा कि होता है तुरंत हॉक का मौके पर पहुंचना और स्थिति को संभालकर शांति बहाल करना, ठीक वैसा ही हॉक का यहां भी काम रहेगा। उन्होंने कहा कि अब संभवत: किसी को यह शिकायत तो नहीं रहेगी कि पुलिस देर से पहुंची। प्रत्येक थाना क्षेत्र में हॉक रखने से काफी फायदे होंगे। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, लक्ष्मणसिंह राठौड़, अनंत कुमार, दयानंद सारण, डिप्टी दिव्या मित्तल आदि भी मौजूद थे।