शिकारबाड़ी ग्राउंड पर टर्फ का उदघाटन, देश भर में बेहतर सुविधाएं
उदयपुर। राजस्थान रॉयल्स टीम के फिजियो जॉन ग्लोस्टर ने कहा कि बच्चेा खाने-पीने का ध्यान रखें। शरीर से प्रोटीन को अधिक से अधिक खर्च करें और वसा (फैट) से दूर रहें। मैंने तो बहुत अधिक उम्र में क्रिकेट शुरू किया था लेकिन आप अभी बहुत छोटे हैं और बहुत आगे तक जा सकते हैं। खुद को फिट रखना भी एक चैलेंज है।
वे यहां शिकारबाड़ी ग्राउंड पर वंडर एकेडमी के जूनियर खिलाडि़यों को फिट रहने के गुर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि फिजियो का काम खिलाडि़यों का डाइट शैड्यूल तैयार करना, घायल होने से बचने के तरीके बताना, दवाओं से खिलाडि़यों को दूर रखना आदि होता है। दवाएं खिलाड़ी की क्षमता को प्रभावित करती हैं। इससे पूर्व ग्लोस्टर एवं लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने ग्राउंड पर ग्रेनाइट से बने टर्फ एवं ऑटोमेटिक बॉल का भी उदघाटन किया। ऑटोमेटिक बॉल के तहत बॉलर एंड पर मशीन लगी रहती है जिसमें ऊपर से बॉल डालने पर सीधे बल्लेबाज के पास जाती है।
इससे पहले भारतीय टीम को सेवाएं दे चुके ग्लोस्टर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि फिलहाल वे राजस्थान रॉयल्स को सेवाएं दे रहे हैं। वापस भारतीय टीम से जुड़ने के बारे में उन्हों ने कहा कि अपनी मंगेतर को वर्ष में सिर्फ छह सप्तााह देने के कारण उसने मुझसे कहा था कि या तो मुझे चुनो या खेल को। इस कारण मुझे भारतीय टीम को छोड़ना पड़ा। उन्होंने देश भर के ग्राउंड की सुविधाओं को तुलनात्मक रूप से शिकारबाड़ी ग्राउंड को बेहतर बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी सुविधाएं मैंने पहले नागपुर में देखी थी लेकिन यहां के ऑनर लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ की खेल में रुचि एवं खेलप्रेमी होने के कारण यहां की सुविधाएं बेहतर हैं।
उन्होंने कहा कि मैच फिक्सिंग जैसे कतिपय कारणों से खेल बदनाम होता है। ये नहीं होना चाहिए। खेल को खेल की भावना से खेलना चाहिए। ये सभी खेल को खराब करते हैं। मैं फिक्सिंग के मुद्दे पर कोई कमेंट नहीं करना चाहता। मेरे लिए यह और भी खराब बात है कि यह राजस्थान रॉयल्स से जुड़ी है। इससे पहले लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने ग्लोस्टर का स्वागत किया। कोच मनोज चौधरी ने ग्लोस्टर एवं लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ का बुके से स्वागत किया।