उदयपुर। धरती का किसी ने निर्माण नहीं किया है। यह प्रकृति की देन है, जिस पर पशु पक्षी तक को अपना आशियाना बनाने का हक है तो इंसान को भी धरती मां की गोद में अपना आशियाना बनाने का अधिकार होना चाहिये।
ये विचार नौजवान सभा के राज्य उपाध्यक्ष एवं पार्षद राजेश सिंघवी ने ’जमीन पर अपने अधिकार की मांग‘ को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों के समक्ष व्यक्त किये। एक परिवार के रहने लायक मकान या मकान बनाने हेतु सस्ती दर पर जमीन देने की मांग को लेकर यूआईटी व कलेक्ट्रेट पर सैकड़ों लोगों ने कच्ची बस्ती फैडरेशन के बैनर तले प्रदर्शन किया। यूआईटी में सचिव की अनुपस्थिति में तहसीलदार को एवं कलक्ट्रेट में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर सभी लोगों के लिए आवास नीति बनाने की मांग की गई।
उन्होंने कहा कि सुराज शासन देने का वादा करने वाली सरकार की यह जिम्मेदारी है कि वह हर परिवार के लिए जमीन/आवास की व्यवस्था करे। सिंघवी ने कहा कि जिस तरह लोकपाल कानून के लिए पूरे देश में आवाज उठी, उसी तर्ज पर उदयपुर में भी बेघरबार लोगों को संगठित कर ’’सभी को आवास‘‘ की मांग को लेकर आंदोलन को व्यापक कर सभी को आवास देने की नीति लागू कराने का प्रयास किया जाएगा।
प्रदर्शन के दौरान हुई सभा को सम्बोधित करते हुए कच्ची बस्ती फैडरेशन के महासचिव बी. एल. सिंघवी ने कहा कि हम अराजकता की स्थिति नहीं बनाना चाहते और ना ही कानून को हाथ में लेना चाहते हैं, लेकिन जब इंसान की जिंदगी पर बन आती है तो वह कोई भी कदम उठाने को तैयार हो जाता है। इसलिए सरकार समय रहते आवास नीति पर कदम उठावे।
सभा को बिल्डिंग वर्कर्स मजदूर एकता यूनियन के अध्यक्ष मुनव्वर खां, मोहनलाल खोखावत, शैलेन्द्र मेहता, हबीब अनुरागी, प्रेम शर्मा, भेरूलाल मेघवाल, केसुलाल मेघवाल आदि ने सम्बोधित करते हुए कहा कि जमीन पर अधिकार की लड़ाई को भूमाफियाओं की तरफ से कराई जा रही चाल कहना बंद करे। हम भी चाहते है कि जमीन का हक उसी को मिले जो बेघर एवं गरीब हो, जो किराये पर रह रहा है।