उदयपुर। एक ही सीटिंग में केविटेशन उपचार से कमर एक से डेढ़ इंच कम हो सकती है। यह दावा रोटरी क्लब उदयपुर की ओरसे हिरणमगरी से. 5 स्थित डॉ. पण्ड्या चर्म रोग क्लिनिक, कॉस्मेटोलोजी, लेज़र सेन्टर व नेचर क्योर क्लिनिक पर लगाए गए शिविर में आयोजकों ने किया। उनका कहना था कि न केवल मोटापा रोगियों को राहत मिली वरन् काले धब्बे, चेहरे पर मस्से व तिल हटाकर भी महिला पुरूषों के सौन्दर्यता में निखार आया।
क्लब अध्यक्ष डॉ. बीएल सिरोया ने बताया कि शिविर में चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष पण्ड्या, प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. फुलवन्ती पण्ड्या,डॉ. एन.के.पण्ड्या एवं डॉ. आंचल पण्ड्या ने रोगियों का एलोपैथी एवं प्राकृतिक चिकित्सा से इलाज कर उन्हें राहत प्रदान की।
प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. एन.के.पण्ड्या ने बताया कि शिविर मे मोटापा रोगियों को अत्याधुनिक केविटेशन एवं रेडियोफ्रिक्वेंसी मशीन से मात्र एक ही बैठक में जहां मोटापा रोगियों डॉ. एन. के. धींग, चौकसी, सुषमा गोयल ने एक से डेढ़ इंच कमर घटाई, वहीं नॉन अबलेटिव रेडियोफ्रिक्वेंसी मशीन से इन्दिरा धींग ने सौन्दर्यता निखार के अन्तर्गत अपने चेहरे की त्वचा में कसाव एवं झर्रियों में सुधार महसूस किया।
उन्होंने बताया कि माइक्रोडर्माब्रेजन मशीन से रश्मि गुप्ता, शांता सिरोया, रोटरी सर्विस ट्रस्ट चेयरमेन नक्षत्र तलेसरा ने कुछ सैकण्ड में शरीर के अनेक हिस्सों पर मौजूद तिल एवं मस्से हटवाये। शिविर में मसाज चेयर एवं एक्यूप्रेशर बेड का भी नरेन्द्र गुप्ता सहित अनेक रोगियों ने लाभ लिया। केमीकल पीलिंग मशीन से सहायक प्रान्तपाल सुशील बांठिया, स्नेहलता अग्रवाल सहित अनेक रोगियों ने स्कीन पॉलिशिंग का लाभ लिया।
डॉ. आंचल पण्ड्या ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा विधि शिरोधारा द्वारा उपचार से जहां तनाव से मुकित मिलती है वहीं सरदर्द में कमी एंव बालों का झडऩा भी रूकता है। उन्होंने बताया कि कापेलेान हाईड्रोथैरेपी से उपचार लेने पर मात्र आधे घण्टे पेट के अंातों की सफाई होने से रोगी को काफी राहत मिलती है। यह एक ऐसी विधि है जो 20-25 एनिमा के बराबर होती है। इस अवसर पर अनेक क्लब सदस्य उपस्थित थे।