यूसीसीआई में हिंदुस्तािन जिंक के सीएफओ ने कहा
उदयपुर। ‘कुछ उद्यमी अथवा व्यवसायी ले-देकर काम निकालने में विश्वास रखते हैं। ये उद्योग एवं व्यवसाय जगत के सबसे बड़े दुश्मवन हैं। उद्योग अथवा व्यवसाय में तरक्की के लिये आवश्यसक है कि ईमानदारी एवं समय पर क्वालिटी प्रोडक्ट या सर्विस प्रदान की जाए। बिजनेस में शॉर्ट कट अपनाना बाद में स्वयं के लिये आत्मघाती सिद्ध होता है।’’
ये विचार हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के मुख्य वित्त अधिकारी अमिताभ गुप्ता ने व्यक्त किये। गुप्ता उदयपुर चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री तथा एमएसएमई विकास संस्थान, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय वेण्डर डवलपमेंट कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। गुप्ता ने कहा कि औद्योगिक एवं व्यावसायिक उन्नति के लिये जरूरी है कि भ्रष्टाहचार मुक्त व्यवस्था हो। गुप्ता ने उद्यमियों से उद्योग में आईटी को अधिक से अधिक प्रयोग में लाने की अपील की।
एमएसएमई विकास संस्थान जयपुर के सहायक निदेशक केसी भुकेश ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। एमएसएमई विकास संस्थान जयपुर के सहायक निदेशक सुशील कुमार ने एमएसएमई विकास संस्थान द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। विशिष्टा अतिथि पायरोटेक इलेक्ट्रोनिक्स प्रालि के निदेशक सीपी तलेसरा थे। तकनीकी सत्र के दौरान आरएसएमएम के हेमन्त कुमावत ने आरएसएमएम की खरीद-जरूरतों का ब्यौरा दिया।
हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के राजेश मोहता ने बताया कि उनकी कम्पनी खनन उपकरणों के मरम्मत एवं रखरखाव सम्बन्धी जरूरतों को पुरा करने के लिये स्थानीय सेवा प्रदाताओं का स्वागत करती है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान जिंक को यूसीसीआई के माध्यम से स्थानीय स्तर के अच्छी गुणवत्ता तथा कम दाम के उत्पाद खरीदने में मदद मिली है।