घटती जिंक की कीमतों से पड़ा प्रभाव
हिन्दुस्तान जिंक ने तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने आज मुम्बई में आयोजित निदेशक मण्डल की बैठक में 31 दिसम्बर 2015 को समाप्त तीसरी तिमाही एवं नौमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा की। लन्दन मेटल एक्सचेंज में जस्ता-सीसा धातु की कीमतों में निरन्तर गिरावट के कारण गतवर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में हिन्दुस्तान जिंक का लाभ घटा व इसमें 24 प्रतिशत की कमी के बाद कंपनी को 1811 करोड़ रुपये का लाभ हुआ।
हिन्दुस्तान जिंक के चेयरमैन अग्निवेश अग्रवाल ने बताया कि जस्ता की निरन्तर गिरती कीमतों की वजह से लाभ में गिरवाट आई है। हिन्दुस्तान जिंक अपने खर्चों में कमी लाने का भरसक प्रयास कर रहा है ताकि प्रचालनों को सुचारू रूप से चलाया जा सके। हमें खुशी हैं कि हम रिफाइन्ड धातु व चांदी के उत्पादन में बढ़ोतरी कर पाए।
वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही में कम्पनी ने 228,082 एमटन खनित धातु का उत्पादन किया जो गत वर्ष की इसी समान अवधि में 242,416 एमटन था जो कि गतवर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में कमी दर्षाता है। तीसरी तिमाही में कंपनी के खनित धातु के उत्पादन में गिरावट सिन्देसर खुर्द एवं कायड़ खदान में खनन उत्पादन में कमी के कारण आई है। परन्तु नौमाही में खनित धातु का उत्पादन 700,458 एमटी हुआ जो पिछले वर्ष की इसी समान अवधि की तुलना में 13 प्रतिषत की वृद्धि दर्शाता है। वित्तीय वर्ष 2016 की तीसरी तिमाही के दौरान कंपनी को 3,385 करोड़ रु. का राजस्व हुआ जो पिछले वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत की कमी दिखाता है। हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कोर्पोरेट कम्युनिकेशन पवन कौशिक ने बताया कि रामपुरा आगुचा खदान में शाफ्ट सिंकिंग का कार्य प्रगति पर है तथा कायड़ खदान व सिन्देसर खुर्द के विस्तार का काम भी सुचारू रूप से चल रहा है।