उदयपुर। उभरते नव युवा उद्यमियों को सुविधाएं उपलब्ध कराने के नाम पर आयोजित एक दिन के स्टार्ट अप फेस्ट के नाम पर रीको एवं उद्योग विभाग ने महज खानापूर्ति कर इतिश्री कर ली। आश्चर्य कि गिने-चुने स्थापित उद्यमियों के अलावा किसी को मालूम नहीं था कि स्टार्ट अप फेस्ट नाम का कोई आयोजन भी हुआ।
खास बात यह रही कि स्टार्ट अप फेस्ट के नाम पर जयपुर की निजी पीआर कंपनी को इसके प्रचार-प्रसार का काम दिया गया जिसने खानापूर्ति कर एक दिन पूर्व समाचार-पत्रों में प्रेस नोट जारी कर दिया कि स्टार्ट अप फेस्टप उदयपुर में शनिवार को होगा। इससे पूर्व इसकी कोई खोज-खबर तक नहीं दी गई कि ऐसा कोई कार्यक्रम भी होगा। उदयपुर के तीनों चैम्बर यूसीसीआई, कलड़वास एवं चैम्बर ऑफ कॉमर्स उदयपुर डिवीजन स्थापित उद्यमियों की संस्थाएं हैं जिन्हें जरूर इसकी जानकारी थी। रीको द्वारा इन्हीं में से नवउद्यमियों की तलाश के मद्देनजर उनके लिए इस फेस्टन का आयोजन किया गया जबकि उदयपुर के आमजन को इससे दूर ही रखा गया।
रीको की प्रबंध निदेशक वीनू गुप्ता ने मुख्यो अतिथि के रूप में कहा कि आईआईएम और पांच निजी विश्वविद्यालयों की उपस्थिति से उदयपुर स्टार्टअप्स इको सिस्टम के लिए एक आदर्श स्थान है। उदयपुर स्टार्टअप फेस्ट के दौरान उपलब्ध मंच उभरते युवा उद्यमियों और स्टार्टअप्स के लिये उपयोगी सिद्ध होगा। इस फेस्ट का आयोजन राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन (रीको) द्वारा आयोजित किया गया। इस फेस्ट का सह आयोजक राजस्थान का अग्रणीय इन्क्यूबेशन सेंटर, स्टार्टअप ओएसिस है जबकि आईआईएम अहमदाबाद का सेंटर ऑफ इनोवेशन, इन्क्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप (सीआईआईई) नॉलेज पार्टनर है। इससे पूर्व रीको के चीफ जनरल मैनेजर अनिल शर्मा ने स्वागत भाषण दिया। स्टार्टअप ओएसिस के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर चिन्तन बक्षी ने राजस्थान स्टार्टअप पर अपने प्रेजेन्टेशन के साथ उदघाटन सत्र का समापन किया।