उदयपुर। रोटरी क्लब उदय द्वारा आज रोटरी सदस्यों में नेतृत्व एवं सेवा गुणों के विकास के लिए आज होटल रेडिसन ग्रीन में दो दिवसीय रोटरी लीडरशिप इन्स्टीट्यूट सेमिनार प्रारम्भ हुई। सेमिनार में प्रथम दिन देश के विभिन्न रोटरी डिस्ट्रिक्ट से आये वरिष्ठ रोटरी सदस्यों ने बताया कि स्वयं में किस प्रकार लीडरशिप को विकसित कर सकते है।
इस सेमिनार के मुख्य वक्ता रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3131 के पूर्व प्रान्तपाल सुभाष सर्राफ ने माई रोटरी विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रोटरी को अपना समझ कर कार्य करनें पर सेवा कार्यों में सफलता मिलती है।
इन्स्टीट्यूट के दक्षिण एशिया क्षेत्र के चेयरमेन विनोद खेतान ने कहा कि नेतृत्व क्षेमता का आत्मनिरीक्षण एवं सदस्यों की सहभागिता विषय पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देते हुए नेतृत्व के गुणों को विस्तार से बताया। पूर्व प्रान्तपाल अरूण प्रकाश गुप्ता ने रोटरी फाउण्डेशन के विविध आयामों पर विस्तार से बताया। इन्दौर से आये सुधीन्द्र मोहन वर्मा ने रोटरी की सेवा परियोजनाओं पर चर्चा की। इन्स्टीट्यूट की संयोजक डॉ. सीमा सिंह ने रोटरी में व्यावसायिक कौशल और उसका समाज को योगदान पर सारगर्भित विचार व्याक्तर किए। इस इन्स्टीट्यूट में राजस्थान, गुजरात के रोटरी सदस्यों ने भाग लिया।
क्लब अध्यक्ष के.सी.दिवाकर ने प्रारम्भ में अतिथियों का स्वागत किया। सेमिनार का उद्घाटन करते हुए पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी ने कहा कि करते हुए कहा कि रोटरी सेवा एवं मैत्री का मंच है और इसके सदस्यों में नेतृत्व गुणों का विकास कर हम सेवा कार्यो को और उंचाई पर ले जा सकते है। सचिव अनिल मलकानी ने बताया कि सेमिनार के दूसरे दिन कार्ययोजना निर्माण, मूल्यांकन, संवाद एवं संचार, टीम निर्माण, रोटरी फाउण्डेशन आदि पर चर्चा होगी। सेमिनार में शालिनी भटनागर, डॉ. ऋतु वैष्णव, राजेश चुघ सहित अनेक सदस्यों ने भाग लिया।