उदयपुर। लगातार बढ़ती प्रतिस्पर्धा और महंगाई के इस दौर में गरीब और भामाशाह योजना के मरीजो को विष्व स्तरीय सुविधा के साथ-साथ सुपर स्पेषियलिटी सेवा यूरोलॉजी के मरीजों को आज भी उमंग और फिर से उठ खड़ा होने की राह दिखा रहा है पेसिफिक मेडीकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल का किडनी केयर विभाग।
दरअसल कांकरोली, राजसमन्द निवासी 62 वर्षीय गोकुल सिंह पिछले कई महीनों से बाएं (उल्टे) अण्डकोश में सूजन और पेट मे दर्द के चलते परेशान था। जिसके चलते काम करने में असमर्थ। परिवार के लोगों ने उसे कई डॉक्टरों को दिखाया लेकिन सभी ने किडनी में स्टोन और सूजन के चलते दवाइयों से सही होने कि बात की। कुछ दिनों तक दवाइयां लेने के बाद भी जब मरीज को फायदा नहीं मिला तो परिजन उसे पीएमसीएच लेकर आए जहां उन्होंने उसे डॉ. हनुवन्त सिंह को दिखाया तो जांच करने पर उसकी बांयी किडनी में कैन्सर का पता चला जो कि एडवांस किडनी कैन्सर था जो कि रक्त कि बडी षिरा में भी जा चुका था। जिसके चलते उसका ऑपरेशन जरूरी था। मात्र 80 मिनट में किए गए इस सफल ऑपरेशन को अंजाम दिया यूरोलॉजिस्ट एवं रिकन्स्ट्रक्श्नल सर्जन डॉ. हनुवन्त सिंह राठौड़, डॉ. अभिषेक लढढा, सर्जरी विभाग के डॉ. केसी व्यास, डॉ. गौरव वधावन, एनेस्थिेटिक डॉ. प्रकाश औदित्य, डॉ. कोमल एवं अजय चौधरी की टीम ने।
यूरोलॉजिस्ट डॉ. हनुवन्त सिंह ने बताया कि मरीज के गुद्रे का एडवांस कैन्सर था जिससे की मरीज का समय रहते ऑपरेशन हो गया और वह अभी पूर्ण रूप से सही है। अगर मरीज को कुछ महिनो तक अगर इसका पता नहीं चलता तो उसकी जान भी जा सकती थी। इस ब्लडलैस ऑपरेशन में एडवांस एनर्जी तकनीक लिगाष्योर का उपयोग किया गया।