स्तनपान के प्रति जागरूकता के लिए निकाली रैली
उदयपुर। पेसिफिक मेडीकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल में मनाए जा रहे स्तनपान सप्ताह के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की ओर से आज रैली निकाली गई। रैली को पेसिफिक मेडिकल विश्वपविद्यालय के वाइस चॉसलर डॉ डी.पी.अग्रवाल, पीएमसीएच के प्रिंसिपल एवं नियत्रंक डॉ. एसएस सुराणा, डॉ. एपी गुप्ता, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राजरानी शर्मा, डॉ. एसएस गुप्ता ने रवाना किया।
रैली के माध्यम से हॉस्पीटल पेराफेरी के गॉवों में जाकर विद्यार्थियों ने महिलाओं को स्तनपान के बारें में जागरूक किया एवं पेम्पलेट वितरित किए। वाइस चांसलर डॉ डीपी अग्रवाल कहा कि मां का दूध नवजात षिषु के लिए प्रथम टीका है। यह बच्चों के लिए सर्वोतम आहार है। रैली के दौरान स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. राजरानी शर्मा ने मां के दूध के महत्व के बारे में नर्सिग के विद्यार्थियों एवं नर्सिगकर्मियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हर साल 110 करोड लीटर मॉ का दूध बर्बाद होता हैं। अगर इस दूध का सही इस्तेमाल हो तो हर साल 10 लाख बच्चो की जान बचाई जा सकती है। स्तनपान बच्चों को निमोनिया एलर्जी एवं दस्त जैसी बीमारीयों से न केवल बचाता है साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओ के शरीर में आए शारीरिक बदलाव को भी पुनः पहले जैसा बनाता है। उन्होने कहा कि हर साल सरकार बच्चों को दूध के लिए 6500 करोड, दस्त नियंत्रण कार्यक्रम पर 176 करोड एवं प्रजनन नियंत्रण पर 495 करोड रूपए खर्च करती है, अगर महिलाए बच्चों को स्तनपान कराए तों देष का 7171 करोड रूपए बचा सकती है।
डॉ. राजरानी ने स्पष्ट किया कि स्तनपान महिलाओं को स्तन एवं अण्डकोष के कैन्सर से बचाता है साथ ही बच्चों के आईक्यू लेवल को बढाता है। इस अवसर पर डॉ,क्षिति बक्षी, डॉ. संचिता, डॉ. शालिनी बंसल, डॉ. निषा शर्मा, डॉ. कपिल व्यास, नर्सिग अधीक्षक विनिता चावला सहित सभी नर्सिगकर्मी उपस्थित रहे।