टाउनहॉल में आज से प्रारम्भ हुई 15 दिवसीय खादी एवं ग्रामोद्योग प्रदर्शनी में ऐसे अनेक उत्पाद प्रदर्शनी में पहली बार आये है, जो निश्चित रूप से जनता को लुभाऐंगे। जिनमें कश्मीर के विभिन्न प्रकार के लेदर एवं ड्रायफ्रूट उत्पाद प्रमुख है। प्रदर्शनी का उद्घाटन केन्द्रीय खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने फीता काटकर किया।
प्रेस वार्ता में विनय कुमार सक्सेना ने बताया कि सरकार खादी के उत्पादों को न केवल बढ़ावा देने अपितु हस्तकरघा एवं कामगारांे को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से गत 29 वर्षो से उदयपुर में इस प्रकार की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाता रहा है। निश्चित रूप से इस प्रकार के आयोजन से खादी को बढ़ावा मिला है जिस कारण खादी एवं ग्रामोद्योग से जुड़ी इकाईयों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड का हमेशा से ही यह प्रयास रहा है कि दूर दराज क्षेत्रों में इस क्षेत्र. में कार्य कर रही इकाईयों को एक पहिचान मिले। जिसमें बोर्ड काफी हद तक सफल भी रहा है।
प्रदर्शनी संयोजक बनवारीलाल गौड ने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पाद के रूप में प्रसिद्ध कश्मीरी उत्पादों ने पहली बार इस प्रदर्शनी में भाग लेकर वहंा की कला से उदयपुरवासियों को परिचय करा रहे है। प्रदर्शनी में सूती खादी के उत्पाद कोटिंग एवं शर्टिंग,दरी,खेश,जाजम,सलवार सूट,टेबल कवर,सहित अनेक उत्पादों पर राज्य सरकार द्वारा निर्धरित छूट प्रदान की जा रही है। इसके अलावा उनी खादी में जैसलमेर, बाडमेर,आमेट, देवगढ़ के कम्बल, उदयपुर संभाग के उत्पादित मेरीनों, देशी कम्बल, जेन्ट्स, लेडिज शॉल, कार्डिगन,वूलन हॉजरी शॉलें के साथ-साथ रेशमी एवं सिल्क खादी के उत्पादों रीड सिल्क,टसर पेपर सिल्क, मंूगा सिल्क, सिल्क की साड़िया प्रिन्ट एवं जरी बॉर्डर,रेशमी बॉर्डर,प्लेन सिल्क उत्पाद जनता को लुभा रहे है।
जिला उद्योग के संभाग अधिकारी खादी एंव प्रदर्शनी संयोजक प्रकाशचन्द्र गौड ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के खादी उत्पादों सूती खादी पर 25 प्रतिशत, उनी खादी एवं कम्बल पर 25 प्रतिशत, पोलिस्टर खादी पर 20 प्रतिशत,रेशमी खादी पर 20 प्रतिशत छूट दी जा रही है। इस बार प्रदर्शनी में 100 स्टॉलें लगायी गयी है जिसमें करीब 50-50 स्टॉलें खादी एवं ग्रामोद्योग इकाईयों की है।
गौड ने बताया कि प्रदर्शनी में पहली बार कश्मीरी से भी ग्रामोद्योग इकाईयंा भाग ले रही है। ये इकाईयंा लेदर से बने उत्पाद एवं कश्मीर प्रसिद्ध ड्रायफ्रूट्स ले कर आयी है। इसके अलावा ग्रामोद्योग इकाईयों में स्टील के फर्नीचर,दक्षिण भारत के जूट के पायदान,महिला मण्डल के उत्पादों के तहत अचार, मसालें, पापड़ा, नमकीन, साबुन,शेम्पू, अगरबत्ती,मोलेला की मिट्टी के खिलौने,बांसवाड़ा के तीर कमान भी उपलब्ध है। साथ ही प्रदर्शनी में तेलघाणी इकाईयों द्वारा तेल निकालने का लाइव प्रदर्शन भी किया जा रहा है।