18 वीं अखिल भारतीय सचेतक कांफ्रेंस
उदयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि पक्ष और विपक्ष दोनों को यह प्रयास करना चाहिए कि सदन अधिक समय तक चले। विधायिका में आमजन के हित को सर्वोच्च रखते हुए स्वस्थ और तार्किक बहस होनी चाहिए ताकि जनहित से जुड़े विधेयक हंगामे की भेंट नहीं चढ़ें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी विचार पर सभी की सहमति होना जरूरी नहीं लेकिन असहमति व्यक्त करने की सहमति होना भी जरूरी है।
राजे सोमवार को उदयपुर में 18 वीं अखिल भारतीय सचेतक कांफ्रेंस के पहले दिन मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि सदन में सौहार्दपूर्ण वातावरण कायम रहना चाहिए।
वाजपेयी और भैरोंसिंह जी का स्मनरण : सांसद के रूप में अपने पुराने अनुभवों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा स्व. मीनू मसानी जैसे सांसदों द्वारा स्थापित मूल्यों से हम सभी को सीख लेने की जरूरत है। उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति स्व. भैरोसिंह शेखावत को भी याद किया और कहा कि विधायक के रूप में हमें अपनी भूमिका बताने के साथ-साथ सदन में हुई सार्थक बहस के लिए वे उत्साहित भी करते थे। उन्होंने हमेशा युवा सदस्यों को स्तरीय बहस के लिए प्रोत्साहित किया।
राजस्थान विधानसभा को डिजिटल बनाने में केन्द्र करेगा मदद
सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय संसदीय कार्यमंत्री श्री अनंत कुमार ने कहा कि केन्द्र सरकार देश के सभी राज्यों के विधानमंडलों को डिजिटल और पेपरलेस बनाने में मदद करेगी। इसके लिए 750 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। अगले पांच सालों में ‘ई-विधान’ कार्यक्रम के तहत राजस्थान सहित सभी राज्यों की विधानसभाओं और विधान परिषदों को पेपरलेस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार को इस काम में केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय पूरी मदद देगा।
प्रदेश के संसदीय कार्यमंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि राजस्थान विधानसभा देश की ऐसी चुनिंदा विधानसभाओं में से है जो पेपरलैस होने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। यहां प्रश्न पूछने तथा उनके जवाब देने का काम ऑनलाइन कर दिया गया है। विधानसभा की कार्यवाही का विवरण भी ऑनलाइन उपलब्ध रहता है।
केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय के सचिव श्री राजीव यादव ने सम्मेलन की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। इस अवसर पर गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया, लोकसभा में मुख्य सचेतक राकेश सिंह, राज्यसभा में मुख्य सचेतक नारायण पंचारिया, राजस्थान विधानसभा में सरकारी मुख्य सचेतक कालूलाल गुर्जर, उप मुख्य सचेतक मदन राठौड़ उदयपुर सांसद अर्जुन लाल मीणा, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, यूआईटी अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे। इससे पहले मुख्यमंत्री तथा केन्द्रीय संसदीय कार्यमंत्री ने केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्रालय द्वारा प्रकाशित कॉफी टेबल बुक ‘नया भारत-करके रहेंगे‘ का विमोचन किया।
शानदार मेजबानी के लिए अभिवादन : ऑल इंडिया व्हिप कांफ्रेंस में देश के विभिन्न राज्यों से आए सचेतकों, संसदीय कार्य मंत्रियों तथा अन्य डेलीगेट्स ने शानदार मेजबानी के लिए मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे का खड़े होकर तालियों के साथ अभिवादन (स्टैंडिंग ओवेशन) दिया। केन्द्रीय संसदीय कार्यमंत्री श्री अनंत कुमार ने कहा कि आतिथ्य सत्कार राजस्थान की गौरवशाली परम्परा है तथा घर आए मेहमानों का स्वागत राजस्थानियों के स्वभाव में है। उन्होंने उदयपुर शहर की खूबसूरती तथा यहां की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत की दिल खोलकर सराहना की।