मेजबानी व्यवस्थाओं पर पीठ थपथपाई, प्रशासन ने व्यवस्थाओं को लेकर दिन-रात किए थे एक
उदयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में उदयपुर में हुए जी-20 शेरपा बैठक के सफल आयोजन पर यहाँ की गई व्यवस्थाओं की सराहना की है और प्रशासन की पीठ थपथपाई। प्रधानमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जी-20 से संबंधित पहलुओं पर चर्चा के लिए राज्यों के राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों और केंद्र शासित प्रदेशों के उप-राज्यपालों के साथ आज एक वीडियो बैठक की अध्यक्षता करते हुए समीक्षा कर रहे थे। बैठक में राज्य के राज्यपाल कलराज मिश्र एवं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी उपस्थित थे।
पीएम ने डॉक्युमेंटेशन करने के निर्देश : इस दौरान प्रधानमंत्री ने उदयपुर में आयोजित प्रथम जी-20 शेरपा बैठक का उदाहरण देते हुए सभी जी-20 आयोजनों के डॉक्युमेंटेशन करने के निर्देश दिए ताकि इसका आगे भी उपयोग किया जा सके। उदयपुर प्रशासन द्वारा यहाँ की गई व्यवस्थाओं का डॉक्युमेंटेशन भी उच्च स्तर पर भेज गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता पूरे देश से जुड़ी है और यह देश की क्षमता व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर है। प्रधानमंत्री ने टीमवर्क के महत्व पर जोर दिया और विभिन्न जी-20 आयोजनों में राज्यों/संघ शासित प्रदेशों से सहयोग की अपील की। विदेश मंत्री ने संबोधन दिया और भारत के जी-20 शेरपा ने एक प्रस्तुति दी।
मुख्यमंत्री बोले जी 20 का आयोजन देश के लिए गौरव की बात: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आजादी से लेकर आज तक सभी प्रधानमंत्रियों ने भारत के विकास में अपना योगदान दिया है। आजादी के बाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने पंचशील सिद्धांत और गुटनिरपेक्ष आंदोलन जैसे वैश्विक कल्याण के विचार दिए। गुटनिरपेक्ष सम्मेलन भी भारत में आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 देश की संस्कृति को वैश्विक स्तर पर दिखाने के लिए यह एक बड़ा मंच है। श्री गहलोत ने कहा कि ये वैश्विक समिट विश्व पर भारतीय संस्कृति की अमिट छाप छोड़ने और आने वाला दशक भारत का दशक हो इस परिकल्पना को साकार करने का बड़ा माध्यम बनने जा रही है। बैठक में राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र, गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर एवं विभिन्न राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और लेफ्टीनेंट गवर्नर उपस्थित रहे।
इस कारण से मेजबानी को मिली सराहना : जी-20 की अध्यक्षता मिलते ही भारत में सबसे पहला आयोजन उदयपुर में हुआ। प्रथम शेरपा सम्मेलन 4 दिसंबर से 7 दिसंबर तक चला और प्रशासन द्वारा भी डेलीगेट्स को सर्वाेत्कृष्ट व्यवस्थाएं देने के लिए दिन-रात एक कर दिए गए। जिला कलेक्टर तारा चंद मीणा ने बताया कि जी-20 उदयपुर में बैठक का निर्णय होने से ही तैयारियां जोर-शोर से शुरू हुई और बैठक के दौरान भी प्रशासन ने सभी व्यवस्थाएं माकूल रही। विदेशी अतिथियों के आगमन से लेकर प्रस्थान तक की व्यवस्थाओं के लिए पहले ही रणनीति बना ली और विदेश मंत्रालय व ईवेंट मैनेजमेंट कंपनियों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए व्यवस्थाओं को अंजाम दिया गया। अतिथियों के स्वागतकृसत्कार, मनोरंजन से लेकर सुरक्षा तक के पुख्ता इंतजाम किए गए। तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव, ळ-20 सचिवालय नई दिल्ली व विदेश मंत्रालय के अधिकारियों सहित संभाग व जिले के आला अधिकारियों ने कईकृकई बैठकें ली। नतीजा यह हुआ कि डेलीगेट्स भी जब उदयपुर से विदा हुए तो व्यवस्थाओं की सराहना करते न थके।
जी-20 शेरपा बैठक के दौरान भी सजग रहा प्रशासन: डेलीगेट्स के एयरपोर्ट आगमन पर भव्य स्वागत किया गया एवं इसके पश्चात् किसी प्रकार की असुविधा ना हो इस दृष्टि से समुचित वाहन, सिक्यूरिटी ऑफिसर (पीएसओ), लाईजन ऑफिसर को प्रारम्भ से ही अटैच किया गया एवं उनके प्रस्थान तक यह टीम उनके साथ रही।