उदयपुर से शीघ्र प्रकाशित होगा नवज्योति का पांचवा संस्करण
Udaipur. केन्द्रीय शहरी विकास एंव गरीबी उन्मूलन मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास ने कहा कि कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी ने अपने जीवन ने कभी मूल्यों से समझौता नही किया। उन्होंने अपने जीवन में पत्रकारिता करना, आजादी की जंग एवं किसानों के हितों के लिए लडऩा जैसे मुख्य कार्य किए। दैनिक नवज्योति के संपादक दीनबन्धु चौधरी ने उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए उनके व्यक्तित्व को छूने का प्रयास किया।
वे आज रविन्द्रनाथ टेगौर मेडीकल कॉलेज के एनएलटी थियेटर में आयोजित कप्तान दुर्गांप्रसाद चौधरी पत्रकारिता पुरूस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वक्त के साथ पत्रकारिता के अर्थ भी बदल गए हैं। दैनिक नवज्योति ने इस बदले युग में भी अपना स्थान बनाए रखा है। कितने ही बदलाव हुए लेकिन प्रिन्ट मीडिया का स्थान आज भी है और कल भी रहेगा। कप्तान साहब की कार्यशैली को आगे भी बनाए रखना होगा। पीत पत्रकारिता से दूर रहना होगा। नवज्योति का उदयपुर संस्करण मेवाड़ को एक नई दिशा देगा, ऐसा मुझे विश्वास है।
समारोह में सांसद रघुवीर मीणा ने कहा कि पत्रकारिता के मायने बदल रहे हैं, मीडिया के समक्ष गंभीर चुनौतियां हैं, ऐसे में सामाजिक समरसता का माहौल पैदा करने के लिए विश्वसनीयता एवं समाज को प्रेरणा देने वाली पत्रकारिता की जाए।
ग्रामीण विधायक सज्जनदेवी कटारा ने नवज्योति को निष्पक्ष पत्रकारिता का अनन्य उदाहरण बताया। नगर निगम महापौर रजनी डांगी ने कहा कि पीत- पत्रकारिता से परे राज्य में श्रेष्ठ पत्रकारिता आन्दोलन का गौरवमयी इतिहास है, उन्होंने मीडिया को समाज प्रेरक की भूमिका निभानेवाला बताया। नगर विकास प्रन्यास के अध्यक्ष रूपकुमार खुराना ने व्यावसायिकता से परे होकर राष्ट्रहित चिन्तन करने वाले समाचार पत्रों की जरूरत बताई।
स्वागत उद्बोधन में दैनिक नवज्योति के प्रधान सम्पादक दीनबन्धु चौधरी ने कहा कि नवज्योति आजादी आन्दोलन से स्वातंत्र्योत्तर काल तक स्वस्थ एवं प्रेरणास्पद पत्रकारिता के संकल्प के साथ बढ़ रहा है और हम सामाजिक, प्रजातांत्रिक मूल्यों के संरक्षण के संकल्प के साथ कार्य कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि नवज्योति ने अब तक कभी सनसनी का सहारा नहीं लिया। साथ ही गलत बात छपने पर संशोधन प्रकाशित करने में भी तनिक देर नहीं लगाई। उदयपुर से शीघ्र नवज्योति का प्रकाशन शुरू होने जा रहा है। जैसा स्नेह अब तक पूरे राज्य में मिला, यहां से भी हमें पूरी उम्मीद और विश्वास है कि वैसा ही स्नेह मिलेगा।
दैनिक नवज्योति के मुख्य उप संपादक एल. एल. शर्मा ने बताया कि वर्ष 1996 में शुरू किया गया कप्तान दुर्गाप्रसाद चौधरी पुरस्कार आज राष्ट्रीय स्तर पर अपनी ख्याति अर्जित कर चुका है। पुरस्कार पूर्व में प्रतिवर्ष एक ही पत्रकार को दिया जाता था लेकिन समय के साथ अब इनकी संख्या बढ़ाकर 5 कर दी गई है। इसके चयन के लिए निर्णायक कमेटी गठित की गई। इस बार मेवाड़ को ध्यान में रखते हुए पुरस्कार का चयन किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार प्रथम पुरस्कार 31 हजार रुपए नकद बांसवाड़ा के दीपक श्रीमाल को प्रदान किया गया। इसके साथ उन्हें पगड़ी पहनाकर शॉल, स्मृति चिह्न, प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इसके अतिरिक्त पांच अन्य पुरस्कार 11 हजार रुपए नकद के डॉ. केशव पथिक, सुदर्शनसिंह भाटी, लोकेन्द्रसिंह, हरीश कुमार पण्ड्या और राजकुमार कोठारी को प्रदान किए गए। कार्यक्रम में सांसद रघुवीरसिंह मीणा, महापौर रजनी डांगी, यूआईटी चेयरमैन रूप कुमार खुराना भी अतिथियों के रूप में मौजूद थे।
मौके पर समाजसेवी नीलिमा सुखाडि़या, लक्ष्मीनारायण पण्ड्या, गोपालकृष्ण शर्मा गोपजी, डॉ. जे. के. छापरवाल, के.के.शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार जगदीश शर्मा, दैनिक नवज्योति के संपादक महेश शर्मा सहित बडी़ संख्या में जन प्रतिनिधि, पत्रकार, समाजसेवी एवं गणमान्य लोग मौजूद थे। इससे पूर्व दया किशन ने डॉ. गिरिजा व्यास को स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया। इससे पहले दैनिक नवज्योति के जयपुर संस्करण के संपादक महेश शर्मा ने विधायक सज्जन कटारा को बुके भेंट कर स्वागत किया। शालिनी चौधरी ने महापौर रजनी डांगी को शॉल ओढ़ा बुके भेंटकर स्वागत किया। इस अवसर पर हर्ष चौधरी, नवज्योति के स्थानीय ब्यूरो चीफ बी. एम. गोयल भी मौजूद थे।