वृहद् वार्षिक अधिवेशन और अग्रज पेंशनर सम्मान समारोह
पेंशनर भूषण, पेशनर गौरव एवं पेंशनर अग्रज सम्मान से सम्मानित हुए पेंशनर
उदयपुर। सांसद अर्जुनलाल मीणा ने कहा कि युवाओ को वरिष्ठ नागरिक एवं पेंशनरों के अनुभवों का लाभ लेना चाहिए, जिन्होंने अपना पूरा जीवन इसमें गुजार दिया। इस उम्र में स्वास्थ्य की बेहतरी जरूरी है। यदि स्वास्थ्य बेहतर रहेगा तो और अधिक कार्य कर सकेंगे।
वे रविवार को सुखाडिय़ा रंगमंच पर राजस्थान पेंशनर समाज की उदयपुर शाखा के तत्वावधान में आयोजित जिलास्तरीय वृहद् वार्षिक अधिवेशन एवं अग्रज पेंशनर सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस उम्र में पेंशनरों को सिर्फ स्वास्थ्य की ओर ध्यान रखना चाहिए। पूर्ववर्ती सरकारों ने भी चिकित्सा सम्बन्धी काम किए लेकिन कहीं न कहीं, कुछ न कुछ अधूरा रहा। उसे पूरा करने का मेरा हर संभव प्रयास रहेगा। हिरणमगरी सेक्टर 13 स्थित पेंशनर भवन में पेंशनर समाज का प्रस्तावित फिजियोथैरेपी क्लिनिक अगले छ: माह में पूरा करवाने का मेरा प्रयास रहेगा। उन्होंने इसके लिए हरसंभव सहयोग करने का आश्वासन दिया।
विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि 60 वर्षों तक सेवाएं देने के बाद भी आप समस्याओं का सामना करें, यह ठीक नहीं है। यह एक सतत प्रक्रिया है। समस्याएं होंगी तो उनके समाधान भी होंगे। अध्यक्षता करते हुए महापौर रजनी डांगी ने सभागार में मौजूद पेंशनरों को आश्वस्त किया कि कार्यकाल के बचे हुए 5-6 माह में पेंशनर भवन से सम्बन्धित फिजियोथैरेपी क्लिनिक की यथासंभव सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। घोषणा करने में मेरा विश्वास नहीं बल्कि काम करने में है। जल्द ही इससे संबंधित वर्क ऑर्डर जारी कर दिया जाएगा।
विशिष्टं अतिथि जिला प्रमुख मधु मेहता ने कहा कि वटवृक्ष जितना बड़ा होगा वह उतना ही मजबूत होगा और उसकी छाया उतनी ही फैलेगी। इनके संस्कारों से अनुभव लेकर युवा आगे बढ़ें। जिस तरह आपने अपनी पूरी जवानी समाजसेवा में गुजार दी, अब बाकी का समय भी सेवा में ही गुजारें। हेल्पेज इंडिया की जयपुर से आयी वंदना ने कहा कि मेरी जितनी उम्र नहीं, उतना तो आपका सेवाकाल हो चुका है। हेल्पेज इंडिया के माध्यम से हम सीनियर सिटीजंस को हर वो लाभ दिलाना चाहते हैं जिसका वो हकदार है। अगर जनप्रतिनिधि और अधिकारी सब अपने कार्य सही से करें तो किसी एनजीओ को आगे आने की जरूरत ही न पड़े।
इससे पूर्व पेंशनर समाज के जिलाध्यक्ष भंवर सेठ ने पेंशनरों की समस्याएं बताते हुए कहा कि प्रदेश में 4 लाख से अधिक पेंशनर हैं जिनमें उदयपुर जिले में करीब 18 हजार से अधिक पेंशनर हैं। कलक्ट्रेट परिसर में पेंशनर कार्यालय संचालित है वहीं सेक्टर 13 में पेंशनर भवन है। वहां फिलहाल होम्योपैथी के माध्यम से वरिष्ठजनों का उपचार किया जा रहा है। हमारा उद्देश्य है कि आने वाले समय में जगह जगह जाकर शिविर लगाकर वरिष्ठजनों को लाभान्वित करें। वल्लभनगर शाखा ने तो इससे आगे बढक़र काम किया कि वहां आने वाले वरिष्ठजनों को निशुल्क भोजन कराया जाता है। साथ ही मरीज के साथ अटेंडेंट के आवास की व्यवस्था भी निशुल्क की जाती है। मुख्यमंत्री ने भी शाखा के अध्यक्ष को सम्मानित किया है। वहां हम आज के वरिष्ठजनों की सबसे अधिक जरूरतमंद फिजियोथैरेपी क्लिनिक शुरू करना चाहते हैं जिसके लिए सांसद, विधायक, महापौर आदि सभी ने यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि आज विडम्बना यह है कि वरिष्ठजनों को हर जगह लाइन में लगना पड़ता है। पहले चिकित्सक के यहां, फिर दवा की दुकान पर, वहां न हो तो एनओसी लेकर दूसरी दुकान से खरीदने और फिर पैसे के पुनर्भरण की लाइन में। लाइनें आज भी वरिष्ठजनों के लिए खत्म नहीं हुई है। इस व्यवस्था की ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए। कार्यक्रम में एडवोकेट फतहलाल नागौरी, पेंशनर समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष रामकिशोर अग्रवाल, हस्तीमल अरोड़ा आदि ने भी विचार व्यक्त किए।
ये हुए सम्मानित : समारोह में पेंशनर समाज भूषण से बी. आर. अरोड़ा, मदन गोपाल तम्बोली, पी. एल. रूंगटा, चांदमल जैन, अब्दुल अजीज खान, भंवर सेठ, अर्जुन मंत्री सेाहनलाल कोठरी, भंवरलाल दक, रणदीपसिंह सोजतिया, ओ. पी. सिंघल, कृष्णचन्द्र श्रीमाली, आदेश्वरलाल फांदोत सहित 15 तथा पेशनर गौरव सम्मान से 6 पेंशनर भैरूलाल कोटिया, सुरेन्द्र सामर, चतुर्भुज आमेटा, शांतिलाल कोठारी, लक्ष्मी नारायण भण्डारी, आशिक अली बोहरा का सपत्नीक तथा 70 वर्ष से अधिक आयु वाले 370 पेंशनरों का पेंशनर अग्रज सम्मान से सम्मानित किया गया। संचालन संयोजक अर्जुन मंत्री ने किया।