उदयपुर। कबूतरों को मारकर बेचने में पुलिस ने दो बाल अपचारियों को डिटेन किया है। मामले में एक बाल अपचारी फरार चल रहा है।
पुलिस के अनुसार भोईवाड़ा क्षेत्र में रविवार तडक़े कुछ युवक छज्जों और तारों पर बैठे कबूतरों को गुलेल से निशाना बनाकर मार रहे थे। इन युवकों द्वारा करीब चार कबूतरों को मार दिया। इस दौरान लोग एकत्रित हो गए दो युवकों को पकड़ लिया। आरोपियों के बैग की तलाशी ली तो आरोपियों के बैग में चार मरे हुए कबूतर मिले। पुलिस पूछताछ की तो इन बाल अपचारियों ने बताया कि वे इसी तरह से चिकित्सालय परिसर के साथ-साथ शहर के ऐसे स्थान जहां पर कबूतरों का जमावाड़ा होता है वहां पर गुलेल की सहायता से कबूतरों को मारते है और बाद में इन कबूतरों को टीबी पेशेंट को बेच दिया जाता है। मान्यता है कि मरे हुए कबूतर को खाने से टीबी की बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है। इसके लिए आरोपी 30 रूपए एक कबूतर के लेते हैं।