श्री जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मण्डल द्वारा आयोजित दस दिवसीय शिविर
बच्चों ने दी रंगारंग संास्कृतिक प्रस्तुतियंा
उदयपुर। श्री जैनाचार्य देवेन्द्र महिला मण्डल द्वारा आयोजित दस दिवसीय शिविर धार्मिक नैतिक संस्कार निर्माण शिविर आज देवेन्द्र धाम में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा थे। श्रमण संघीय प्रवर्तक राजेन्द्र मुनि, सुरेन्द्र मुनि, महासती कमलेश आदि ठाणा-3 का भी सानिध्य प्राप्त हुआ।
समापन समारोह में बच्चों ने रंगारंग संास्कृतिक मनोहारी प्रस्तुतियां दी। 12 वर्ष बाद शिविर में पुन: प्रवर्तक राजेन्द्र मुनि का सानिध्य प्राप्त हुआ। बच्चों ने जैनम जयती शासनम्, वन्दे जिनेनद्रम, सच्चे जिनेनद्रम, जहां सत्य, अहिंसा, ज्ञान, शील की बहती है निर्मल धारा, वो जैन धर्म है मेरा.. सहित बच्चों ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर पृथ्वी का भविष्य कल-आज-कल पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि कलियुग में यह हमारा सौभाग्य है कि हमें सन्तों का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। धर्मनीति पर चलने वालों के आंच नहीं आती है। सन्तों द्वारा दिये जाने वाले उपदेशों का प्रतिदिन स्मरण करते रहना चाहिये।
प्रवर्तक राजेन्द्र मुनि एवं महासती कमलेश मुनि का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। राजेन्द्र मुनि ने देवेन्द्र महिला मण्डल की अध्यक्ष डॉ. सुधा भण्डारी एंव मंत्री ममता रांका को शिविरों के श्रेष्ठ आयोजन करने पर धन्यवाद दिया एवं साहित्य भेंट किया।
शिविर में धार्मिक संस्कार सीखने वाले नन्हें-नन्हें बच्चों ने जब णमोकार महामंत्र, जैन धर्म के सभी 24 तीर्थंकरों के नाम, 16 सतियों, 11 गणधरों के नाम, इच्छा कारणम पाठ, 10 सूत्रीय करण, लोगस का पाठ, करेमि भन्ते, भक्तामर स्त्रोत एवं णमोत्थुणम के पाठ का वाचन किया तो उपस्थित सैकड़ों दर्शक आश्चर्यचकित रह गये।
प्रारम्भ में अध्यक्ष डॉ. सुधा भण्डारी ने कहा कि मण्डल द्वारा अब तक 14 शिविर लगाकर 2 हजार से अधिक बच्चों को धर्म से जोड़ चुके है। बदलते परिवेश, आचार-विचार में परिवर्तन, संस्कार विहीन होते बच्चों को पुन:धर्म से जोडऩे के लिए इस प्रकार के शिविरों के आयोजन की जरूरत महसूस हुई। शिविर के दौरान योग सीखने वाले बच्चों ने समापन समारोह में योगा का प्रदर्शन किया। समारोह में अतिथि के रूप में इन्दरसिंह मेहता, रंजना मेहता, गणेशलाल गोखरू, भुवाणा सरपंच संगीता चित्तौड़ा, सापेटिया सरपंच आशा बड़ाला, अनिल चित्तौड़ा, कवि प्रकाश नागौरी, वीरेन्द्र डांगी, अबांलाल नवलखा, हीरालाल रांका भी मौजूद थे। कार्यक्रम में मंत्री ममता रांका विगत वर्ष की रिपोर्ट प्रस्तुत की। शिविर में निर्मला बड़ाला, रूपी बार्ई आंचलिया, तरूणा सामर, कोषाध्यक्ष इन्द्रा चोरडिया, संध्या नाहर, अनिता भण्डारी, विनिता पामेचा ने सेवायें दी।