60 से ज्यादा चिकित्सकों ने लिया भाग
उदयपुर। पेफक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पीटल में आज “सर्जरी ऑफ वेरीकोज वेन्स” पर एक दिवसीय लाइव सर्जिकल वर्कषॉप का आयोजन किया गया।
इस कार्यशाला का उदधाटन पेसिफक मेडीकल विष्वविधालय के वाइस चॉसलर डॉ.डी.पी.अग्रवाल,अहमदाबाद के ख्यातिनाम बेस्कूलर सर्जन डॉ.श्रुजल शाह,पीएमसीएच के प्रिसिंपल एवं नियत्रंक डॉ. एस एस सुराणा एवं सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. के.सी.व्यास ने किया। इस अवसर पर डॉ.शाह ने कहा कि वेरीकोज वेन्स की बीमारी सबसे ज्यादा उन व्यक्तियो में पाई जाती है जिनका कि व्यवसाय ज्यादा खडे रहने का होता है। जैसे कि पुलिसकर्मी,चाय का ठेला लगाने वाले ,हेयर कटिग का कार्य करने वाले आदि अगर समय रहते इस बीमारी का इलाज नहीं कराया जाता है तो मरीज के पावों मे नसों का फूलना,सूजन का आना एवं नहीं भरने वाला घॉव या खून का रिसाव शुरू हो जाता है जिसे वीनस अल्सर कहते हैं।
कार्यशाला निदेशक पीएमसीएच के सर्जरी विभाग के हैड डॉ. के.सी.व्यास ने बताया कि इस कार्यशाला में रेडियोफ्रीक्वेंसी पद्धति से वेरीकोज वेन्स के ऑपरेषन के बारे में बताया गया। इस पद्धति की सबसे खास बात यह है कि मरीज को बिना बेहोष किए ऑपरेषन संम्भव है और साथ ही मरीज दो घण्टे बाद अपने घर जा सकता है और अगले दिन से ही अपने नियमित कार्य कर सकता है।
कार्यशाला में उदयपुर सर्जीकल सोसायटी एवं उदयपुर संभाग के लगभग 60 से ज्यादा शल्य चिकित्सकों ने भाग लिया। इस कार्यशाला में डॉ.श्रुजल शाह ने लाइव डेमोस्ट्रेषन के माध्यम से चिकित्सकों को वेरीकोज वेन्स के इलाज के बारे में बताया।