मुख्यमंत्री द्वारा राजस्थान का बजट विधानसभा में प्रस्तुत
उदयपुर। फोर्टी उदयपुर संभाग के अध्यक्ष प्रवीण सुथार ने बजट में की गई घोषणाओं का स्वागत करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री का राज्य में नये उद्योगों एवं स्टार्टअप्स् को बढावा देने का विजन साफ नजर आता है।
इस दिशा में की गई घोषणाओं जैसे की छोटे उद्योगों को बढावा देने के लिये सभी जिला केन्द्रों में एमएसएमई सेंटर खोले जाना, स्टार्टअप पॉलिसी के लिये 10 करोड़ 85 लाख की घोषणा, सूक्ष्म व लघु उद्योगों को मंडल से कंसेंट की अनिवार्यता समाप्त करना आदि से राज्य में औद्योगिक वातावरण को बल मिलेगा तथा नये स्टार्टअप्स आने से राज्य का विकास होगा। स्किल विश्वंविद्यालयों की घोषणा भी एक सराहनीय कदम है, जिसके तहत उद्योग एवं व्यापार को स्किल्ड कर्मचारियों की उपलब्धता आसान होगी एवं युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
उपाध्यक्ष लक्ष्मीकांत वैष्णव ने स्टॉम्प ड्यूटी को घटाये जाने तथा भू रूपांतरण की छूट को 50 से 100 फीसदी किये जाने को रियल एस्टेट सेक्टर के लिये अच्छा कदम बताया तथा कहा कि इससे सरकार की जन-जन को आवास की परिकल्पना को बल मिलेगा। साथ ही उन्होंने शिक्षा के स्तर को बढाने हेतु शिक्षा के डिजिटीलाइजेशन, विश्वरविद्यालयों में एमबीबीएस की सीटों में इजाफा किये जाने, यूनानी मेडिकल कॉलेज व छात्रावासों के निर्माण, चिकित्सा महाविद्यालयों के अपग्रेडेशन, कौशल श्रम विकास, पायलट बेसिस पर कॉलेजों को वाई-फाई किये जाने के प्रावधानों का स्वागत किया।
सीए निर्मल सिंघवी ने बताया की राजस्थान बजट में राजे ने आशावादी बजट पेश किया है। बजट में स्वास्थ्य के लिए, शिक्षा को बढावा देने, पर्यटन को बढावा देने, पिने के पानी मुहया करवाने, सड़कों का विकास करने, राज्य में रोजगार को बढावा देने, डिजिटल राजस्थान हेतु कदम बडाये है जो स्वागत योग्य है।
पूर्व प्रतिपक्ष पार्षद दल नगर निगम के संयोजक के.के.शर्मा व पूर्व पार्षद व प्रवक्ता मोहम्मद अयूब ने बताया कि राजस्थान सरकार का के बजट में मेवाड़ की पूरी तरह उपेक्षा की गई है, जबकि मेवाड़ से ही सरकार तय होती है।
कायापलट करने वाला बजट : भाजपा देहात जिलाध्यक्ष गुणवंत सिंह झाला, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रोशनलाल जैन, जिला उपाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह सोलंकी, देहात महामंत्री चन्द्रगुप्त सिंह चौहान, रामकृपा शर्मा व नरेन्द्र कुमार मीणा, व देहात महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष गोपाल कुंवर एवं महामंत्री सज्जन कुंवर राठौड ने बजट को अपूर्व, जनकल्याणकारी एवं समाज के सभी वर्गों के लिये हितकारक करार दिया।