बाल आयोग की पहल पर घाटोल में बनेगा विश्व का पहला बाल मंदिर
बांसवाड़ा। बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद मानशंकर निनामा ने कहा है कि भील मीणा समाज की ओर से घाटोल क्षेत्र में विश्व का पहला बाल मंदिर बनवाया जाएगा और इसके माध्यम से इस क्षेत्र के बच्चों में पसर रहे कुपोषण के दंश को मिटाने के लिए समाज को प्रोत्साहित किया जाएगा।
सांसद निनामा ने यह घोषणा सोमवार को घाटोल कस्बे में भील-मीणा समुदाय की संभाग स्तरीय फुटबाल प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती मनन चतुर्वेदी के सुझाव व अपील पर की। इस मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों ने हाथ उठाकर इस मंदिर के निर्माण के लिए अपनी सहमति जताई तो हाथों-हाथ घाटोल प्रधान हरेन्द्र निनामा ने बाल मंदिर के निर्माण के लिए भील समाज की ओर से जमीन देने की भी घोषणा कर दी।
ऐसा होगा विश्व का पहला बाल मंदिर:
बाल आयोग अध्यक्ष श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि विश्व में बच्चों के लिए तैयार किया जाने वाला पहला बाल मंदिर पूरी तरह बच्चों को समर्पित किया जाएगा। इस बाल मंदिर में देश के विभिन्न राज्यों के मानचित्र के साथ उस राज्य की जनजाति वेशभूषा में बच्चों की छोटी-छोटी प्रतिमाएं होंगी वहीं जसोदा मैया की गोद में लड्डू गोपाल, माता अंजनि के साथ बाल हनुमान तथा माता पार्वती की गोद में गणेश ओर कार्तिकेय की मूर्ति की स्थापना की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मंदिर में घंटी भी होगी और बच्चों के अधिकारों की जानकारी देने वाली बाल चालिसा को भी लिखवाया जाएगा। बच्चों के लिए कार्य करने के लिए पहल करने वालों और शिकायत के लिए पेटी को भी लगवाया जाएगा तथा आने वाले दर्शनार्थियों को बच्चों के अधिकारों की जानकारी देने के संकल्प वाला प्रसाद भी दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस प्रकार का मंदिर विश्व मे पहली बार जनजाति क्षेत्र में बनेगा और इस मंदिर को बनाकर कुपोषण हटाने-मिटाने के लिए हवन भी करवाया जाएगा।
प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर पहुंची श्रीमती चतुर्वेदी ने खिलाडि़यों और समाजजनों से परिचय प्राप्त कर संवाद किया और कुपोषण विषय पर भावपूर्ण संवाद किया। उन्होंने समाज के स्तर पर कुपोषण को मिटाने और महिलाओं को सशक्त बनाने की अपील करते हुए प्रबुद्धजनों को आगे आने का आहवान किया। इस मौके पर मीना समाज के अध्यक्ष और फुटबॉल आयोजन समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
———-