उदयपुर। देश में नीरव मोदी द्वारा किये गये पीएनबी घोटाले के बाद बैंको ने छोटे एवं मध्यम उद्योगों को ऋण देने में किये जा रहे असहयोग के कारण उन्हें निर्बाध गति से संचालित करना मुश्किल हो रहा है।
फोर्टी उदयपुर (फैडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एण्ड इंडस्ट्री) द्वारा आज मादड़ी औद्योगिक क्षेत्र में आयोजित एक बैठक में उक्त समस्या सामने आयी। सुखेर औद्योगिक क्षेत्र से मेवाड़ हाईटेक इंजिनियरिंग लि. के प्रबन्ध निदेशक सी. एस. राठौड़ ने बताया कि उद्योग एवं व्यापार के सुचारू संचालन में बैंको की अहम भूमिका होती हैं ऐसे में बैंक द्वारा असहयोग करना एक गंभीर समस्या बनती जा रही हैं। सभी औपचारिकताओं के पूरा किये जाने के बावजूद बैंको द्वारा लोन देने में आनाकानी की जा रही हैं जबकि ये लोन उद्योगों के विस्तारीकरण के लिए जरूरी हैं। इससें जहंा कई कर्मचारियों को रोजगार मिलता हैं, वहीं बैंको की आमदनी भी बढ़ती हैं। मनमानी दरों पर विभिन्न प्रकार के शुल्क चार्ज किये जा रहे हैं।
फोर्टी के संभागीय अध्यक्ष प्रवीण सुथार ने बताया कि सीजीटी एसएमई में प्रावधान कर सरकार ने लोन सीमा को एक करोड़ से भी ज्यादा कर दिया गया ताकि छोटे एवं मध्यम उद्योगों को आवश्यक फंड मिल सकें, लेकिन लोन के लिये आवेदन करने पर बैंको द्वारा साफ इन्कार कर दिया जाता हैं। पूछे जाने पर बैंको द्वारा जवाब दिया जाता है कि उनके के पास केवल 10 लाख तक लोन देने का अधिकार हैं। इस समस्या पर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए फोर्टी द्वारा केन्द्रीय वित मंत्री कोे पत्र लिखेगा। साथ ही स्थानीय स्तर पर जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
14 अप्रेल को होने वाली सेमिनार के लिये उद्यमियों में जबरदस्त उत्साह-फोर्टीे के महासचिव शरद आचार्य ने बताया कि 14 अप्रेल को फोर्टी उदयपुर द्वारा आयोजित कीे जाने वाली मोटिवेशनल सेमिनार को लेकर खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। उद्योगपतियों का कहना था कि ऐसे नोटबंदी एवं जीएसटी के बाद देश में पनपे निराशाजनक माहौल में आयोजित होने वाली यह सेमिनार उद्योगपतियों एवं व्यापारियों में उत्साह का पुनः संचार करेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों से उद्योग एवं व्यापार से संबंधित कई समस्याएं भी सामनंे आई। जिसमें विशेष तौर पर बैंकिंग अव्यवस्थाओं पर रोष व्यक्त किया गया।
फोर्टी सहसचिव एवं विश्वकर्मा इंजिनियरींग वर्क्स के प्रबन्ध निदेशक इन्द्रकुमार सुथार ने मादड़ी औद्योगिक क्षेत्र में हो रही चोरियों की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि मादड़ी औद्योगिक क्षेत्र में आयें दिन हो रहीं चोरियों से छोटे उद्यमी परेशान हैं। छोटे उद्यमों के लिए सुरक्षा व्यवस्था पर अधिक खर्च कर पाना मुमकिन नहीं हो पाता है, जिसका फायदा चोर उठा रहें हैं। भय के माहौल में गार्ड भी टिकते नहीं हैं। उद्यमियो ंको दिनभर काम करने के बाद मजबूरीवश कई बार रात में अपनें कारखानों के चक्कर लगानंे पड़ते हैं। प्रशासन को इस पर तुरंत कार्यवाहीं करने की जरूरत हैं।
फोर्टी अतिरिक्त महासचिव एवं कलड़वास औद्योगिक क्षेत्र से गनपति मिन. वेंचर के प्रबन्ध निदेशक पलाश वैश्य और फोर्टी सचिव एवं रोसावा ग्रुप के प्रबन्ध निदेशक सीपी शर्मा ने भी औद्योगिक समस्याओं पर विचार व्यक्त किए।