ग्लोबल हैंड वाशिंग डे के अवसर पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्वच्छता से निरोगी रहने का संदेश देते हुए अभियान की शुरूआत की गयी। हिंदुस्तान जिंक ने अपने कर्मचारियों और उनके बच्चों के साथ एक ज्ञानवर्धक वीडियो रिलीज़ किया जिसके माध्यम से हाथों को धोने और स्वच्छता बनाए रखने के बुनियादी पांच चरणों को दर्शाता है।
कंपनी द्वारा सभी कर्मचारियों और बिजनेस पार्टनन के कार्मिकों को साबुन से हाथ धोने की आवश्यकता एवं फायदों की जानकारी दी गयी। कोविड.19 का खतरा अब भी बना हुआ है एवं 2019 में इसकी शुरूआत से ही विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित सभी स्वास्थ्य संगठनों ने हाथों की स्वच्छता को प्रमुख रूप से अपनाया है। इस महामारी ने हमें सिखाया है कि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए हाथ धोना सबसे सस्ताए सरल और महत्वपूर्ण तरीका है।
कंपनी द्वारा हाथ धोने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मोबाइल स्वास्थ्य वैन के माध्यम से ग्रामीण और आदिवासी समुदायए बच्चों और छात्रों को हाथ धोने के 5 चरणों की जानकारी दी। हिंदुस्तान जिंक द्वारा विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाए स्वच्छता और जागरूकता समुदाय तक पहुंचाने के लिये मोबाइल हेल्थ वैन की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस पहल के माध्यम से 182 गांवों में 2 लाख से अधिक लाभार्थियों तक स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है।
डॉ नरेश यादव ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र की गयी मोबाइल हेल्थ वैन की पहल पर उत्साहजनक प्रतिक्रियाएं मिली। लोग हाथ की सफाई के पांच आसान चरणों के बारे में जानकारी पर उत्सुक थे। इन सत्रों में कुल 169 विद्यार्थियों ने भाग लिया। चंदेरिया में राजकीय माध्यमिक विद्यालय डगला का खेड़ा के प्रधानाचार्य अनिल कुमार रजक ने सत्र उपरान्त कहा कि श्एमएचवी की टीम द्वारा आयोजित कार्यक्रम स्कूली बच्चों के लिए उपयोगी थाए क्योंकि उनके लिए बीमारी की रोकथाम के बारे में जानना बहुत आवश्यक है। मैं टीम से अनुरोध करूंगा कि हमारे स्कूल में विभिन्न विषयों पर इस तरह के सत्र आयोजित करें। सत्र में कुल 84 बच्चों ने भाग लिया। राजपुरा दरीबा के राजकीय विद्यालय में हैंडवाशिंग डे हेतु आयोजित सत्र में 200 से अधिक छात्रों ने पीआरआई सदस्यों के साथ भाग लियाए उपप्रधानाध्यापक वर्दी शंकर ने कहा कि श्कोविड 19 के बाद बढ़ी जागरूकता अब एक आवश्यकता है हमें स्वच्छता पर ध्यान देना आवश्यक है। इसी प्रकार अगुचा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जयसिंहपुरा हुरडा में आयोजित सत्र में 65 बच्चों ने भाग लिया।