13 फरवरी तक चलेगा अभियान
उदयपुर। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश को पर्यावरण प्रदुषण से मुक्त बनाने के लिये ई-वेस्ट निस्स्तारण हेतु चलाये जा रहे अभियान को सहयोग करने के लिये लायन्स क्लब इन्टरनेशनल द्वारा 13 जनवरी से 13 फरवरी 2023 के बीच देश के लगभग सभी लायन्स डिस्ट्रिक्ट से ई-अपशिष्ट जागरूकता और संग्रह अभियान चलाया जा रहा है। इस कडी में पूरे देश से लगभग 200 टन ई-वेस्ट संग्रह का लक्ष्य रखा है।
लायन्स क्लब इन्टरनेशनल के निदेशक लायन डॉ.वी.के.लाडिया ने आज आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि विश्व बहुत तेजी से डिजिटल बनता जा रहा है। आधुनिक युग में हमारे घर में मोबाइल फोन, टेलीविजन, कंप्यूटर, वाशिंग मशीन, कैमरा, कूलर, एयर कंडीशनर या हीटर इन में से कोई एक उपकरण होता ही है। अब अगर इन में कोई तकनीकी समस्या आ जाए तो एसे उपकरणो का कोई उपयोग नहीं रहता और उन्हें फेंक दिया जाता है। इन्ही फेंकी हुई चीजों को ई-कचरा कहा जाता है।
लायन्स क्लब डिस्ट्रिक्ट 3233 ई-2 के प्रान्तपाल भीलवाड़ा के लायन दिलीप तोषनीवाल ने बताया कि इलेक्ट्रोनिक चीजों को बनाने में प्लास्टिक और कांच के अलावा क्रोमिम, लेड, कैडमियम, आर्सेनिक और मरकरी जैसे कई खतरनाक पदार्थों का भी उपयोग किया जाता है। जब हम ई-कचरे को यूं ही फेंक देते है, तब यह पदार्थ मिट्टी, हवा, और भूमिगत जल में मिलकर विष का काम करता है। जैसे कि कैडमियम का धुआं मनुष्य के फेफड़े और किडनी को बहुत गंभीर नुकसान करता है। इसके अलावा कम्प्यूटर में उपयोगी फासफोरस और मरकरी जैसे पदार्थ को जलाने से पर्यावरण का विनाश होता है। पारा भी एक जहरीली धातु है, जिससे मछलियों को सबसे ज्यादा नुकसान होता है और प्लास्टिक का तो निस्तारण करना ही बहुत कठिन है। जबकि भारत में हर रोज 15 हजार टन प्लास्टिक कचरा उत्पन्न होता है। अब ऐसे में अगर हमने ई-कचरे का सही प्रबंधन नहीं किया तो शायद भविष्य में हमारें बच्चांे को इसकी एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। ऐसे में हम सभी का कर्तव्य बनता है कि हम कम से कम ई-वेस्ट करें और हो जाये तो उसके निस्तारण का पूरा प्रयास करें।
कार्यक्रम संयोजक पूर्व प्रान्तपाल अनिल नाहर ने बताया कि लायन्स क्लब ने इस प्रान्त से 20 टन ई-वेस्ट कलेक्शन का लक्ष्य रखा जो समय पूर्व ही पूरा हो गया। इस ई-वेस्ट को मुबंई की एक कंपनी द्वारा एकत्रित कर 9 फरवरी को प्रथम ट्रक एवं 12 फरवरी को दूसरे ट्रक से मंुबंई ले जाया जायेगा, जहंा इसका विधिवत तरीके से निस्तारण किया जायंगा। जहंा भी 4 टन ई-वेसट हो जाता है तो वहंा पर यह कंपनी अपने वाहन भेजकर इस ई-वेस्ट को कलेक्ट करती है। यह कंपनी सरकार द्वारा ई-वेस्ट कलेक्शन हेतु अधिकृत की गई है।
इस पूरे प्रोजेक्ट को पूर्व लायन्स अन्तर्राष्ट्रीय निदेशक संगीता जटिया द्वारा योजना, सामग्री डिजाइन, रिपोर्टिंग, प्रशिक्षण और प्रचार के माध्यम से समन्वित किया गया है। इसके प्रभाव का मूल्यांकन भी उसके द्वारा उचित समय पर समन्वित किया जाएगा। अन्तर्राष्ट्रीय निदेशक डॉ वी.के.लाडिया, वामसी ,मथानागोपाल और जतिंदर चैहान विशेष रूप से इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने में सहयोग प्रदान कर देश के सभी लायन्स सदस्यों को इस ओर प्रेरित कर रहे है। देश भर के हजारों क्लबों के सभी डीजी टीमों, समन्वयकों, सोशल मीडिया प्रभावितों और लायन्स ने नेतृत्व प्रदान किया है।
अरविन्द शर्मा ने बताया कि अब हमें समाज को ई-कचरे के बारंे जागरूक करना होगा, इसलिए आज ही से ई-कचरे का प्रबंधन करना शुरू कर देना चाहिये। पर्यावरण को दुषित होने से बचाने के लिए लायंस क्लब अंतराष्ट्रीय के संस्थापक मेलविन जोन्स के जन्मदिवस पर 13 जनवरी से 13 फरवरी तक विशेष अभियान चला कर समाज को आने वाले दुष्परिणाम से जागरूक कर उन्हें इलेक्ट्रोनिक कचरे का निस्तारण करने के लिए प्रेरित करना होगा। इस अवसर पर पूर्व प्रान्तपाल आरएल कुणावत, डा.आलोक व्यास, लायन्स क्लब उदयपुर के अध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी मौजूद थे।