उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों में उद्यमिता विकास के लिए वर्ल्ड एंटरप्रेन्योर्स डे पर नवाचार एवं व्यावसायिक सोच विकसित करने के लिए पेसिफिक एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेल द्वारा विद्यार्थियों के लिए रोचक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
इसके तहत प्रेसिडेंट प्रोफेसर केके दवे ने विद्यार्थियों को फाइनेंस, टेक्नोलॉजी, माइनिंग एग्रीकल्चर, फार्मा, होटल, फायर एंड सेफ्टी एवं पॉलिटेक्निक से संबंधित विभिन्न उपक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत विद्यार्थियों को मिल रही सहायता राशि एवं अनुदान की भी जानकारी दी। साथ ही विद्यार्थियों को रोजगार सृजन में अपनी भूमिका का निर्वहन करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर 10-10 विद्यार्थियों की सात टीमों ने भाग लिया। प्रत्येक टीम को रॉ मटेरियल के रूप में 20-20 कागज दिए गए जिन्हें वर्गाकार आकृति में काटने के उपरांत उन्हें नौका का निर्माण करना था। विद्यार्थियों को यह भी निर्देशित किया गया कि वह बहुत सावधानी पूर्वक साइज, शेप व डाइमेंशन का ध्यान रखते हुए सही नौका का निर्माण करें जिससे की संसाधनों का अनुकूलतम प्रयोग हा।े विद्यार्थियों ने नौका निमौण के साथ ही कलात्मक एवं उपयोगी बाय प्रोडक्ट बनाएं। रोचक बात यह थी कि विद्यार्थियों ने अपनी कलाकृतियों को बेहतर तरीके से न सिर्फ प्रस्तुत किया अपितु उसके लिए एक टैगलाइन एवं सेल्स स्पीच भी प्रस्तुत की।
पेसिफिक पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य नीरज श्रीमाली ने विद्यार्थियों को क्वालिटी कंट्रोल और इंडस्ट्रियल ऑपरेशन से संबंधित बारीकियों की जानकारी दी। उन्होंने औद्योगिक जगत में लीन सिक्स सिगमा और स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट के महत्व को विद्यार्थियों को समझाया।
कार्यक्रम का संचालन प्रो. अनुराग मेहता करते हुए विद्यार्थियों को प्रोडक्ट डिजाइनिंग, डेवलपमेंट और मार्केटिंग तीनों ही गतिविधियों में सामांजस्य बैठाने के बारे में बताया जिससे कि प्रोडक्ट बाजार प्रतिस्पर्धा में रह सके। कार्यक्रम के निर्णायक डॉ. दीपिका चपलोत, डॉ. प्रियंका चौधरी, डॉ. मोहम्मद आबिद और नीलिमा बजाज थे।