मैकेनिकल वेन्टीलेशन एवं पॉइंट ऑफ़ केयर अल्ट्रासाउंड पर वर्कशॉप
उदयपुर। पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के बाल एवं शिशु रोग विभाग,आईऐपी इन्टेन्सिव केयर चैप्टर इण्डिया एवं इण्डियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक उदयपुर के सयुक्त तत्वावधान में पीडियाट्रिक क्रिटिकल केयर कॉन्फ्रेस ‘लेकसिटी पिडक्रिटकॉन 2024 आज से शुरू हुई। दो दिवसीय कॉन्फ्रेस के पहले दिन मैकेनिकल वेन्टीलेशन एवं पॉइंट ऑफ़ केयर अल्ट्रासाउंड पर वर्कशॉप का आयोजन किया।
आयोजक सचिव डॉ. पुनीत जैन ने बताया कि मैकेनिकल वेन्टीलेशन एवं पॉइंट ऑफ़ केयर अल्ट्रासाउंड वर्कशॉप का उदघाटन आरएनटी के बाल एवं शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.लाखन पोसवाल, पीएमसीएच के प्रिसिंपल एवं डीन डॉ.एम.एम.मंगल, चिकित्सा अधीक्षक डॉ.सुनीता माहेश्वरी,कॉन्फ्रेस के चेयरमेन डॉ.सुधीर मावडिया,सचिव डॉ. पुनीत जैन एवं डॉ.रवि भाटिया ने किया।
बाल चिकित्सा में महत्वपूर्ण देखभाल के उद्देश्य से इन कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। कार्यशालाओ को देश भर के प्रमुख वाल एवं शिशु रोग ने अपने अनुभव साज्ञा किए। कॉन्फ्रेस में मैकेनिकल वेंटिलेशन और बाल रोगियों की देखभाल में अत्याधुनिक तकनीकों पर ध्यान केंद्रित किया गया। जो निस्संदेह पूरे क्षेत्र में बाल चिकित्सा देखभाल को बेहतर बनाने में योगदान देगा। इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कार्य कर रहे शिशुरोग विशेषज्ञों को बाल एवं शिशुओं के क्रिटिकल केयर पर नवीन तकनीकों से रूबरू कराना है। कार्यशालाओ में बिषयपरख शोधपत्रों का वाचन के साथ उन पर गंभीरता से विचार विर्मश किया गया।
कॉन्फ्रेस के सह सचिव डॉ. सन्नी मालवीय एवं डॉ.पलक जैन ने बताया कि दोनो कार्यशालाओं में पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के प्रोफेसर डॉ. अरुण बंसल, एलएचएमसी दिल्ली में बाल रोग की प्रोफेसर डॉ. शालू गुप्ता, एम्स रायपुर से डॉ. अतुल जिंदल, एम्स ऋषिकेश से डॉ. लोकेश तिवारी,एम्स दिल्ली से नितिन धोचक, एम्स जोधपुर से डॉ. डेज़ी खेड़ा, प्रसिद्ध नवजात शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुशील गुप्ता, और गीतांजलि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल से डॉ. रामकेश मीना सहित राजस्थान और देश के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों के 100 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया।