उदयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को सियाचिन की सीमा पर शहीद शहर के नौनिहाल अर्चित वर्डिया के घर पहुंचे और उनकी माता बीना एवं बहन दिव्यानी को ढांढस बंधाया. उन्होंने कहा की अर्चित ने जिस प्रकार देश के लिए प्राण न्यौछावर किये, वह तारीफ़-ए-काबिल है. उन्होंने कहा की शहरवासियों और अर्चित के परिजनों की भावना के अनुरूप जिला प्रशासन से बात कर शहर में स्मारक स्थापित किया जायेगा. इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ.चन्द्रभान ने कहा की अर्चित जैसे शहीदों पर पुरे देश को नाज़ है. यहाँ से वे स्वत्रंता सेनानी हुकुम राज मेहता के घर भी पहुंचे और मेहता के परिजनों से भेंट कर ढांढस बंधाया.