उदयपुर. शहर के गायरियावास में बुधवार को एक फैक्ट्री से श्रम विभाग के मानव व्यापार विरोध यूनिट की ओर से अब तक की सबसे बड़ी कारवाई कर ७८ बाल मजदूरों को छुडाया. उनमें ४३ बच्चे तो १४ वर्ष से भी कम आयु के हैं. अवैध मानव व्यापार विरोध यूनिट के प्रभारी कैलाश चंद्र ने बताया कि इस क्षेत्र स्थित जिंदल बैग वालों की फैक्ट्री में काफी समय से बाल मजदूरों के अवैध रूप से श्रम करने कि जानकारी मिल रही थी. बुधवार को उन्होंने अपने दल के साथ फक्ट्री में छापा मार कर ७८ बाल मजदूर पकडे. सूचना पर एएसपी (मुख्यालय) तथा उनित के नोडल अधिकारी कालूराम रावत तथा श्रम अधिकारी सावंत सिंह भी पहुंचे. बताया गया कि फेक्ट्री के ३५ बच्चों को तो नियमानुसार न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिल रही थी. टीम ने कारवाई कर सभी बच्चों को आज़ाद करवाया. कैलाशचंद्र ने बताया कि सभी बच्चे उत्तर प्रदेश ओर बिहार की तरफ के निवासी हैं. जांच के बाद इन्हें चाईल्ड वेलफयर कमिटी के सामने पेश किया जायेगा. उधर जिंदल बैग के संदीप जिंदल ने कहा कि पकडे गए गए बच्चों में काफी जाने तो वयस्क थे. यह जान-बूझ कर हमारे खिलाफ द्वेषतापूर्ण की गई कार्रवाई है. बच्चे सिर्फ वे थे जो अपने माता-पिता के साथ आ गए थे ओर उन्हें दोपहर में स्कूल जाना था. उनका आरोप है कि कारवाई करने वाले अधिकारीयों ने उनकी बात तक नहीं सुनी.