मोटापे व मधुमेह से बचने के के लिए अभियान
उदयपुर. जनसँख्या में भले ही हम चीन से पीछे हैं लेकिन मधुमेह रोगियों की संख्या में हम उससे पचास लाख से भी अधिक हैं. देश में किशारों व युवाओं में बदलती जीवन शैली का सर्वाधिक असर हुआ है और उसका परिणाम यह हुआ कि वर्तमान में देश में मोटापे से ग्रसित लोगों की संख्या 3 करोड़ से अधिक है और आश्चर्यजनक बात यह कि तीन करोड़ में 20 प्रतिशत स्कूली छात्र हैं. इस बारे में आमजनों को जागरूक करने और रोग को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘दिशा’ नाम से अभियान चलाया जा रहा है.
हारमोन व डायबिटीज रोग विशेषज्ञ व दिशा प्रोजेक्ट के प्रदेश समन्वयक डॉ.
डी. सी. शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि रोटरी क्लब उदयपुर व एमएमएस डी एन्डोक्राईन एण्ड डायबिटीज रिसर्च ट्रस्ट के तत्वावधान में ‘दिशा’ (डायबिटीज एण्ड ओबेसिटी अवेयरनेस फॉर चिल्ड्रन एडालेसेन्ट एण्ड एडल्ट) नामक राष्ट्रीय प्रोजेक्ट के तहत किशोरों, युवाओं व अन्य उम्र के लोगों को डायबिटीज, मेाटापा व अन्य असंक्रामक रोगों से बचाव हेतु जानकारी व बचाव के लिए प्रोजेक्ट की शुरूआत की जा रही है।
एक दशक में मोटापे में पौने दो गुना वृद्धि
डॉ. शर्मा ने बताया कि पिछले एक दशक में देश में मोटापे से ग्रसित लोगों की संख्या में लगभग पौने दो गुना की वृद्धि हुई है और यह लगातार बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि डायबिटीज रोगियों की संख्या देश में जहाँ २ करोड़ थी वो बढक़र ५ करोड़ हो गयी और वर्ष 2025 तक यह संख्या 6 करोड़ को पार कर जायेगी।
अनेक बीमारियों का जनक मोटापा
डॉ. शर्मा ने बताया कि मोटापे के कारण मधुमेह, कोलेस्ट्रोल, उच्च रक्तचाप व ह्दय रोग जैसी बीमारियों को जन्म देता है। मधुमेह के कारण ह्दय रोग की संभावना और बढ़ जाती है। मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों का असर मध्यमवर्गीय परिवारों व मध्यम से उच्च वर्गीय श्रेणी में जाने वाले परिवारों में अधिक रहता है. गत पांच वर्षो में ह्दय रोगियों की संख्या में 4 से 7 गुना वृद्धि हुई है जो बदलती जीवन शैली का परिणाम है। मोटापे से संबंधित बीमारियों का सर्वाधिक 60 से 70 प्रतिशत असर युवाओं में हो रहा है। वर्तमान के बच्चें किशोर और जो कल के होने वाले युवा है जिनके उन बीमारियों की झकडऩ में आने की संभावना है।
अभियान
रोटरी क्लब उदयपुर के अध्यक्ष डॉ. निर्मल कुणावत, सदस्यता अभियान के संयोजक रमेश चौधरी ने बताया कि क्लब उपरोक्त स्वंयसेवी संस्था के साथ हर उस स्थान पर जाकर पीडि़तों को सही जीवन शैली अपना कर इन रोगों से बचने की सलाह देगा। कार्यक्रम उदयपुर से प्रारम्भ कर इसके प्रदेश के गांव-गांव ढाणी-ढाणी तक ले जाया जायेगा।