लहरों को खामोश देखकर यह न समझना कि समंदर में रवानी नहीं है.
हम जब भी उठेंगे, तूफ़ान बन कर उठेंगे, बस उठने की अभी ठानी नहीं है….
कुछ इसी जज्बे को लेकर पत्रकारिता में आई इस नन्ही परी ने अपने पांच साल के छोटे से कार्यकाल में न केवल खुद को स्थापित किया बल्कि अपने से वरिष्ठ लोगों को भी पत्रकारिता के मायने सिखा दिए… पांच वर्ष का समय बहुत बड़ा नहीं होता, बात जब अपने आपको किसी भी क्षेत्र में स्थापित करने की हो. लेकिन उसने न सिर्फ खुद को स्थापित किया बल्कि अपना लोहा भी मनवाया. अगर ईश्वर ने उसकी साँसों में कुछ और वृद्धि की होती तो न जाने वह अपने क्षेत्र में कितने रिकॉर्ड कायम करती. अपनी हर खबर से चर्चा में रहना मानो उसका शगल बन गया था. जिस खबर पर चर्चा न हो, उसके लिए वह खबर ही नहीं होती थी …..
शुक्रवार देर रात जब इसके रुखसत होने की खबर आई, यकायक विश्वास नहीं हुआ, आँखों से नींद गायब हो गई और उसका वही मासूम चेहरा, भोली सी मुस्कान आँखों के सामने छा गई….. उसने सीखा कम और लोगों को ज्यादा सिखा दिया….. पत्रकारिता का कोई भी क्षेत्र हो चाहे शिक्षा, विज्ञान जगत हो या चिकित्सा जगत….. हर क्षेत्र में अपनी कलम के जरिये अपना लोहा मनवाया…. पत्रकारिता उसके लिए कोई जॉब या खर्च चलाने का साधन मात्र नहीं था बल्कि अपना सपना पूरा करना और मिशन के रूप में पत्रकारिता से अपना मुकाम हासिल करना था. वर्ष २००६ में बतौर प्रशिक्षु अपना करियर शुरू करने वाली इस परी को करीब एक वर्ष बाद ही मुंबई में रिअलिटी शो के फिनाले का कवरेज करने के लिए संस्थान की ओर से भेजा गया जहाँ उसने बखूबी अपने कर्तव्य का निर्वहन किया और मजबूत इरादे जताए…
अपनी भोली सी मुस्कान से तुरंत हर किसी के दिल में जगह बना लेने वाली यह परी बहुत छोटी सी उम्र में चली गई..लेकिन पीछे कई सवाल छोड़ गई… उन लोगों के लिए जो बरसों से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं लेकिन जितने कम समय में उसने अपना जो मुकाम बनाया, लोगों में निवेश किया वह किसी भी पत्रकार के लिए इतने कम समय में पाना एक दिवा स्वप्न ही है. हर काम को मन से करना, उसे पूरा करने के लिए शत-प्रतिशत लग जाना और वापस उससे शत-प्रतिशत परिणाम भी लेना ही उसकी खूबी थी. दूसरों को ना केवल प्रोत्साहित करना बल्कि उसकी हरसंभव मदद करना भी उसका शौक था.
आज उस नन्ही परी को अंतिम विदाई देने जब लोगों खास कर कलम की जगत में खासे पहचाने जाने वाले सक्रिय पत्रकार वहां पहुंचे तो आंसू उनकी आँखों में भी नहीं रुक पाए… उसे भुला पाना इतना आसान तो नहीं होगा..खास कर उनके लिए जिनके साथ उसने काम किया और जिनके संपर्क में वह एक बार भी आई होगी.
एक अश्रुपूरित श्रद्धांजलि इस नन्ही परी को ……
www.udaipurnews.in
udaipur
भगवन इनकी आत्मा को शांति दे.
ये शायद नवोदय की विद्यार्थी थी.
a grand salute to our angel aakanksha. we r proud of her. she was really a great reporter.
madhulika singh n anup parasher
o jane wale ho sake to lout ke aana
RIP…AAKANKSHA RAO!!!
patrakarita ka Akanksha ka chota sa karyakal navodit patrakaron me nishchitrup se naye utshah ka sanchar karega
khabar Samrat pariwar ki bhavbhini shardhanjali
patrkar jagat ne bahut acha sathi ko diya hai. aakansha bahut milansar aur kush mizaz thi.
NAMAN
bhavbhini shardha
sahi likha he
Lady with substance…AAKANKSHA RAO was extremely talented girl. Her sudden death is very unfortunate. we lost a great colleague and lovely human being. may her soul rest in peace.
AAKANKSHA WE MISS YOU…
A Salute to Angel Aakanksha . We are very proud of U, Angel .
May ur soul rest in peace . We miss U Angel Aakansha .
kash, god may give more time for live with us. The Journalism Field lost great colleague and lovely human being. may her soul rest in peace.
Young lady’s sudden demise is a lost of d family n journalism both… i feel person can’t express it’s talent fully, as life is too short. Here should be some pics of her funerel… dnt u think???
nice article bt i can say dis only…
Isi ko naashukr-e-alam ka sila kahte hain,
ham chale gaye to zamane ne bahut yaad kiya!!!
पत्रकारिता के क्षेत्र में उदयीमान पत्रकार आकाक्षा राव का निधन स्तब्ध करी है….छोटी सी उम्र में समाज,नागरिक और भविष्य की जो द्रष्टि आकाक्षा में थी …बेमिसाल थी
उदयपुर ने एक समझदार पत्रकार खोया है ….भगवन उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे…
Hardik naman to cute girl.Jaise body ka koi part accident me miss ho jata hai, vaise hi Kisi ki kami uske nahi hone par hi hoti hai, vo aaj patrika pariwar udaipur mahsus kar raha hai.
American hospitial me jb 20 days phle use dekha tha to usne muskrate hue kha tha ki vikas, tu jo hr bar bolta tha ki haealthy hone vala pacakage le le, bs is bar thik ho jaun, phir ……………..
bs uske lotne ka intjar hi rh gya
akanksha, we miss u
akansha ji meri kai dafe apse bat hui ,lekin kabhi mulakat nahi ho pai…
extreamly shocked.
mohit
हमने एक बहुत अजीज साथी को खोया है उनकी भरपाई संभव नहीं है उदयपुर के लिए यह बहुत बड़ी क्षत्रि हे .
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…………………….???
भगवन उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे…
Divangat aatma ke prati meri hardik shradhanjali. Parm pita parmeshwer se prathna hai ki unhe shanti dene ke saath dukh ki is ghadi ko sehen karne ki pariwar ko shakti pradan kare… apne udaipur pravas ke doraan mujhe saath kaam karne ka mouka mila tha. us waqt laga ki patrkarita ke kheshtr main ye bahut door tak jayengi. Lekin…. Aaj khabar suni tho vishvas nahi hua. Bhagwan unhe shanti pradan kare.
its a great loss……..may her soul rest in PEACE……..SAD….very sad 🙁
chale jana ek beti ka. kinare aae koe lahar laot gae ho. putriya hi do do kulo ko pavitra karati he… shradhanjali…
Dr. sk jugnu & femily
may her soul rest in peace…..
what happnd to her….
why did she left us so early… ?
बीमारी से लड़ते -लड़ते हार गई नन्ही सी लाडली.
Thanks to all for your kind support in this critical situation. She is symbol of proud for my family & now is living in our hearts.
Her brother who couldn’t do more for her
KULDEEP RAO
We all miss u at every moment…….Pls come back
हमने उदयपुर की बरखा, किरण और अरुंधती को खोया है
सादर …हार्दिक … भावभीनी… श्रद्धाजलि
Hamne eksath BJMC pass kiya phir MJMC previous ek sath pass kiya aur ek din khabar ayee ke woh is duniya se rukhsat ho gayee.Mera KHIRAJE AQEEDAT paish khidmat hai.