25 सितम्बर को वन विभाग की ओर से भ्रमण
उदयपुर. वन विभाग की ओर से आमजनों को कामलीघाट, गोरमघाट के नैसर्गिक सौंदर्य ओर टोडगढ़-रावली वन्यजीव अभयारण्य की सैर का मौका उपलब्ध कराया जा रहा है. इसका उद्देश्य क्षेत्र में मौजूद प्राकृतिक छटाओं से लोगों को अवगत कराना है, साथ ही छायाकारों को भी एक नया मौका दिलाना है. यह यात्रा 25 सितम्बर को प्रस्तावित है.
मुख्य वन सरंक्षक (वन्यजीव) डॉ. एन. सी. जैन ने बताया कि इस यात्रा के प्रमुख आकर्षण में ब्रिटिश राज में बनाये गए पहाड़ी रास्तों पर ट्रेन यात्रा, अरावली हिल के समापन घाटियों में जैव-विविधता से भरी पहाड़ियों में गिरते कई झरनों और पानी के रास्ते पर ट्रेन की रेखा से नीचे गुजर रहे जंगली जानवरों, पक्षियों को दिखाना है.
क्या रहेगा कार्यक्रम?
उदयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर १३० किलोमीटर दूर कामलीघाट तक पहुँचने के कई साधन हैं. रोडवेज़ बस सुबह ६.१५ बजे निकलती है. ९.३० बजे कामलीघाट हर हाल में पहुंचना होगा. वहां पर्यावरण ट्रैकिंग और हल्के नाश्ते के साथ स्वागत चाय के बाद आवश्यक जानकारी दी जायेगी. इसके अलावा अपने दोपहर के भोजन की भी व्यवस्था करनी होगी. १०.१५ बजे कामलीघाट रेलवे स्टेशन पर पहुँच कर स्वयं को टिकट खरीदने होंगे. १०.३० बजे ट्रेन से गोरमघाट के लिए रवाना होंगे. ११.३० बजे वहां पहुंचेंगे जहाँ से एको-ट्रेकिंग कर १.३० बजे प्राकृतिक ट्रेल जोगमंडी तथा मंदिर पहुंचेंगे. वहां इच्छुक लोगों को विशेषज्ञों द्वारा प्राकृतिक फोटोग्राफी की जानकारी दी जायेगी. नेचर ट्रेकिंग के बारे में अपने अनुभव पर चर्चा की जायेगी. दोपहर ३ बजे वापस गोरमघाट के लिए रवाना होंगे. ४.३० बजे ट्रेन सफारी का आनंद लेंगे और ५.३० बजे कामली घाट रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे. रात्रि करीब ८.३० बजे वापस उदयपुर पहुंचेंगे.
उपयोगी जानकारी
इसमें सभी आयु वर्ग के लोग शामिल हो सकते हैं. बारिश से बचाव के लिए छाता, कुछ नाश्ता, पीने का पानी, दूरबीन आदि भी ले सकते हैं. इसका प्रवेश शुल्क २० रुपये प्रति व्यक्ति रखा गया है. दोपहर के भोजन या खाद्य सामग्रियों गोरम घाट पर उपलब्ध नहीं हैं. हर एक अपने ही दोपहर का भोजन ले जाना चाहिए. पूर्व सूचना और रुपये के अग्रिम भुगतान पर 100 प्रति व्यक्ति पैक दोपहर का भोजन वहां पहुँचने के साथ ही स्वागत चाय की व्यवस्था की जा सकती है. इस सम्बन्ध में अधिक जानकारी वन सहायक संरक्षक प्रताप सिंह से ली जा सकती है. अधिक जानकारी के लिय उप मुख्य वन्यजीव वार्डन कार्यालय, बड़ी रोड तथा जयेश सोनी 57, माझी की सराय से संपर्क किया जा सकता है.
i am living in udaipur and we are making the program to see the KAMLIGHAT AND GORUM GHAT on 2-10-2012. can you suggest the important places to see them.
अरुणजी, इस बारे में अधिक जानकारी आपको चेटक सर्किल स्थित वन विभाग से मिल सकती है क्योंकि वे इस मौसम में वहां ट्रेन सफारी जैसे आयोजन करते रहते हैं। इसके अलावा आप पर्यटन विभाग के ऑफिस से विस्तृत जानकारी ले सकते हैं।