

उदयपुर. देवालयों में सांझी अंकन किया जा रहा है वहीँ नगर परिषद की ओर से नवरात्र में प्रतिमाओं के बजाय तस्वीरें स्थापित करने के प्रयासों के तहत शुक्रवार को विभिन्न गरबा मंडलों को तस्वीरें भेंट की गई. इसमें बजरंग दल के कमलेन्द्र सिंह पंवार, गीतानंद महाराज आदि मौजूद थे. उधर सुथार वाडा में स्टेज का काम लगभग पूरा हो चुका है. यहाँ स्थापित होने वाली माता की प्रतिमा मुंबई में तैयार हो रही है.
क्या है सांझी अंकन
यमुना के तट पर श्री कृष्ण जब राधा का इंतज़ार करते थे तो वे आस पास से चुने हुए फूल-पत्तियों से पानी पर विविध आकृतियाँ अंकित करते थे. इसी तर्ज़ पर मंदिरों में सांझी अंकन किया जाता है. यह श्राद्ध पर्व में संध्या समय में बनायी जाती है.
