भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने दबोचा
उदयपुर. न्यायालय में पैरवी करने करने को लेकर महिला से रिश्वत में उसकी अस्मत मांगने पर भ्रष्टाचार निरोधक बयूरो ने सहायक लोक अभियोजक को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया.
ब्यूरो के एएसपी राजेंद्र प्रसाद गोयल ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि सुखेर थाना क्षेत्र में शांति वन कॉलोनी निवासी महिला का अपने पति से झगडा चल रहा था. दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कई मामले दर्ज करवा चुके हैं. बताया गया कि महिला के पास एक कार थी जिसे उसके पति ने किसी और को बेच दिया था. इसको लेकर महिला ने न्यायालय में वाद दायर किया था. पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर कार जब्त कर ली थी.
शुक्रवार को महिला कार छुडाने कोर्ट गई जहाँ एपीपी उत्तर प्रदेश हाल सरकारी क्वार्टर निवासी अभिमन्यु सिंह पुत्र बच्चनसिंह ने महिला को कार छुड़ाने का आश्वासन दिया. पैसे देने पर एपीपी ने इनकार करते हुए इसके बदले उसकी अस्मत ही मांग ली. महिला बाद में फोन करने की बात कह कर चली गई. वह सीधे ब्यूरो कार्यालय पहुँची और अधिकारीयों को सारी जानकारी दी. घटना का सत्यापन करने का बाद गोयल के नेतृत्व में वृत्त निरीक्षक राजेंद्र जैन, जीतेन्द्र सनाढ्य, अख्तर खान, कैलाश, मुनीर, हेमंत ने ट्रेप किया. शाम को महिला को उसकी कार में बिठाकर शहर में घुमाते हुए महिला के शांति वन स्थित मकान पर ले गया. घर जाते ही एपीपी महिला के बेड रूम में घुस गया और वहां अपने कपडे उतार दिए. कमरे की कुण्डी बंद नहीं करने कि ब्यूरो की हिदायत के अनुसार महिला ने टीम के सदस्य को मिस कॉल दी. टीम सीधे बेड रूम में घुस गई. अचानक कारवाई से एपीपी कपड़ों की और दौड़ा और अधिकारीयों ने उसे पकड़ लिया. गिरफ्तारी के बाद उसकी तलाशी में ५० हज़ार से अधिक राशि, परिवार नियोजन की सामग्री आदि मिले.
बेटी दिल की मरीज : बताया गया कि अभिमन्यु सिंह की बेटी दिल की मरीज़ है. उसका इलाज चल रहा है.