उदयपुर. ट्राइबल रिसर्च इंस्टीट्यूट उदयपुर के सभागार में जनजाति उपयोजना क्षेत्र (दक्षिणी राजस्थान) के आदिवासी जनप्रतिनिधियों की हुई बैठक में टीएसपी के लिये विशेष आरक्षण प्रावधान, टीएसपी क्षेत्र राजस्थान में आवंटित गैस एजेंसी, पेट्रोल पम्प, माइंस आदि के आवंटन की प्रक्रिया, मूल निवास प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया, टी.एस.पी. क्षेत्र में विकास कार्यो पर चर्चा हुई। अध्यक्षता सांसद रघुवीर मीणा ने की।
वक्ताओं ने आक्रेाश जताया कि अनुसूचित जनजाति क्षेत्र में आरक्षण का लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल रहा है और पूर्वी राजस्थान के प्रभावशाली मीना समाज के लोग अपने प्रभाव का उपयोग करके सरकारी नौकरियों में लाभ उठा लेते हैं। जनजाति उपयोजना क्षेत्र में जितने भी पेट्रोल पम्प, गैस ऐजेन्सियां. और खदानें आवंटित होते हैं वो पूर्वी राजस्थान के मीना समाज के लोग अपने नाम आवंटित करा लेते हैं। स्थानीय आदिवासियों को मजदूरी करने के अलावा कोई फायदा नहीं मिलता है।
जन प्रतिनिधियों ने मांग की कि राजस्थान के जनजाति के आरक्षण में से दक्षिणी राजस्थान के जनजाति उपयोजना क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अपनी जनसंख्या के प्रतिशत के आधार पर पृथक से आरक्षण दिया जाय ताकि यहां के आदिवासी मुख्य धारा में आ सके। इस बात का भी आक्रोश व्यक्त किया गया कि पूर्वी राजस्थान के मीना समाज के कुछ नेता अपने प्रभाव का गलत उपयोग करके इस क्षेत्र के आदिवासियों को भडक़ा कर राजनैतिक लाभ लेने का प्रयास कर रहे हैं.
बैठक में सभी पार्टियों के जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में बोलते हुए कहा कि दक्षिणी राजस्थान के आदिवासियों के हितों के लिये मजबूती से केन्द्र एवं राज्य में आदिवासी की मांगों को रखेंगे एवं समाज के विकास हेतु संगठित रहने का संकल्प लिया। क्षेत्र में चल रही विभिन्न योजनाओं एवं गतिनिधियों पर नजर रखने के लिये १२ कमेटियों का गठन किया गया जिसमें चुने हुए जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, छात्र नेता एवं विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान रखने वाले लोगों को जोड़ा गया है। ये कमेटियां समय-समय पर समीक्षा करेगी और स्थिति से सरकार को एवं महामहिम राज्यपाल को अवगत कराएगी. ज्ञापन भेज कर महामहिम राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल एवं राज्य के मुख्यमंत्री को हो रही गतिविधियों से अवगत कराया गया है.
अतिथियों के रूप में केन्द्रीय जनजाति आयोग के सदस्य भैरूलाल मीणा, राज्य सरकार के जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालविया, सांसद ताराचंद भगोरा, बांसवाड़ा की जिला प्रमुख रेशम मालवीया, डॅूगरपुर जिला प्रमुख भगवतीलाल रोत, राजसमंद के जिला प्रमुख किशन गमेती. पूर्व सांसद धनसिंह रावत, पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक नन्दलाल मीणा आदि अतिथि के रूप में मौजूद थे. विधायक शंकरलाल अहारी, विधायक अर्जुन बामनिया, विधायक नगराज मीणा, विधायक बाबूलाल खरोड़ी. विधायक राईया मीणा, विधायक सुरेन्द्र बामनिया, विधायक बसंतीदेवी मीणा, पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया, पूर्व विधायक अर्जुनलाल मीणा, पूर्व विधायक वंदना मीणा, प्रधान हुरतिंग खडिय़ा, शांता मीणा प्रधान सलुम्बर. देवराम प्रधान बिछीवाड़ा, रमेश मीणा प्रधान सराड़ा, सवीता मीणा खैरवाड़ा, कन्हैयालाल मीणा प्रधान लसाडिय़ा, कमला नीनामा प्रधान घाटोल, मंजूला रोत प्रधान डॅूगरपुर, वेलजी भाई डामोर प्रधान आनन्दपुरी, सुभाष तम्बोलिया प्रधान बागीदौरा, छात्र नेता विक्रम कटारा, मानसिंह निनामा आदि ने विचार व्यक्त किये.