रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा प्रिन्ट मीडिया-कार्यप्रणाली विषयक वार्ता
udaipur. वरिष्ठ पत्रकार हरीशचन्द्र सिंह ने कहा कि समाचार पत्र हर उस प्राणी मात्र की भावनाओं का आईना होता है जिसमें प्रतिदिन सवेरे उसकी गतिविधियों की झलक उसमें दिखलायी देती है। वे रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा आयोजित ‘प्रिन्ट मीडिया-कार्यप्रणाली’ विषयक वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे।
उन्होनें कहा कि समाचार पत्र व्यक्तियों, व्यक्तियों के समूहों व समाज की भावनाओं को महसूस करने के साथ-साथ वह समाज विरोधी गतिविधियों के प्रति उनमें चेतना जागृत करने का भी कार्य करता है। समाचार पत्र समाज का वह आईना होता है जो प्रतिदिन व्यक्तियों को कुछ करने की प्रेरणा देता है।
उन्होनें कहा कि जहंा पूर्व में इस क्षेत्र में शिक्षा का बोलबाला नहीं था लेकिन इस क्षेत्र में हर खबर की महत्ता को महसूस करने की परख एंव सोच रखने वाले खबरनवीस जरूर थे। आज इस क्षेत्र में शिक्षा को भी महत्वूपर्ण स्थान दिया जाने लगा है। पत्रकारों की समाचार विशेषण की सोच अन्य लोगों से अलग होती है। पुलिस व पत्रकार दोनों का सिस्टम समान होता है। दोनों में बीटे बंटी होती है। पुलिस व पत्रकार दोनों के स्त्रोत सुरक्षित होते है।
उनका कहना था कि प्रत्येक समाचार पत्र की अपनी-अपनी पॉलिसी होती है और प्रतिदिन वह उसी अनुरूप निकलता है। समाचार पत्रों में रिपोर्टर प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट लाकर डेस्क को सौंप देते है जो उस समाचार पत्र की बेक बॉन होती है। जनता को अभिप्रेरित करने के लिये समचार पत्र समय-समय पर सप्लीमेन्ट निकालते है। समाचार पत्र का महत्वूपर्ण भाग उसका पाठक होता है। बेटी बचाओं रैली ने हमें आशातित सम्बल प्रदान किया है और यह अभियान शॉर्ट टर्म नहीं वरन् लांग टर्म है। जिन्दगी में प्रेम सभी हदें जोड़ देता है और वहीं प्रेम हमें पाठक से मिला है। वहीं प्रेम हमें प्रतिदिन कुछ नया करने की उर्जा एंव प्रेरणा देता है।
इससे पूर्व क्लब अध्यक्ष डॉ. निर्मल कुणावत ने कहा कि देश में चौथे स्तम्भ के रूप में आज भी मजबूती के साथ मीडिया खड़ा हुआ है। जनता मीडिया की जान है। समाचार पत्रों में शहर का दर्द दिखायी देता है और वहीं उस दर्द का निवारण भी करता है। इस अवसर पर रोटरी सर्विस ट्रस्ट के चेयरमेन रमेश चौधरी ने हरीशचन्द्र सिंह का परिचय दिया। प्रारम्भ में पदम दुगड़ ने ईश वंदना प्रस्तुत की। क्लब की ओर से उन्हें डॅा. कुणावत, रमेश चौधरी, सचिव गिरीश मेहता ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। अंत में गिरीश मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।