सम्मेलन में प्रभावी पत्र लेखन पर टेक्नो एनजेआर में कार्यशाला शुरू
udaipur. अपने पेपर प्रजेन्टेशन को निखारने के तरीकों पर टेक्नो इंडिया एनजेआर में शनिवार को दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। ISTE-IITB कार्यशाला का आयोजन केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से आईसीटी (NMEICT) के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा मिशन के तहत आईआईटी मुंबई की ओर से किया जा रहा है। कार्यशाला उन फेकल्टीज एवं छात्रों के लिए काफी लाभदायक साबित हुई जो अपने शोध-पत्र वाचन करने जा रहे हैं।
विशेष तौर से M.E. एवं Ph.d. करने वाले शोधकर्ताओं को इसमें प्रोत्साहित किया गया ताकि वे अपने पत्र को प्रभावी बनाकर सेमिनार में प्रस्तुत कर सकें। पहले दिन प्रो. पाठक ने सामान्य तकनीकी लेखन का परिचय देते हुए कान्फ्रें स पेपर के ढांचे और उसकी संरचना के बारे में बताया।
इसके बाद उन्होंने लेखन शैली, संरचना, व्याकरण पर ध्यान देने सम्बन्धी बात बताई। उन्होंने खराब लिखे पेपर के बजाय अच्छा लिखा पेपर तुरंत स्वीकार करने की बातें भी बताई। इसके बाद उपर्युक्त बातों पर चर्चा के बाद प्रतिभागियों ने व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से लेखन का अभ्यास किया।
कार्यशाला एवं दूरस्थ केन्द्र के समन्वयक पीयूष जवेरिया ने बताया कि देश के 35 सेन्टर में राज्य के एकमात्र सेन्टर टेक्नो इंडिया एनजेआर को उच्च स्थान पर पहुंचाने के लिए प्रतिभागियों ने भरपूर उत्साह दिखाया है। यह गर्व की बात है कि पूरे राज्य में इस बार केवल हमारे कॉलेज को केन्द्र बनाया गया है। इसमें करीब 20 शोध विद्वान सहित 150 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि टेक्नो इंडिया एनजेआर अपने फेकल्टी मेंबर्स के ज्ञान को बढ़ाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है। इस प्रकार की इस तीसरी कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। कार्यशाला का उद्देश्य सेमिनार में प्रस्तुत किए जाने वाले पेपर की गुणवत्ता सुधारना है।