शिव मंदिरों में विशेष अनुष्ठान
भगवान एकलिंगनाथ के 52 रूद्राभिषेक
udaipur. फाल्गुन कृष्णा चतुर्दशी 20 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस दौरान शिव मंदिरों में विशेष अनुष्ठान होंगे। रविवार को शिवदल मेवाड़ की ओर से शहर में शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में घोड़ों पर शिवजी का रूप धारण कर बच्चे बैठे थे तो पुरुष सिर पर केसरिया साफे बांधकर शामिल हुए।
शिवदल के संरक्षक उद्यमी घनश्यामसिंह कृष्णावत भी शोभायात्रा में शामिल हुए। शहर के मुख्य मार्गों से शोभायात्रा निकाली गई। इसमें विभिन्न व्यायामशालाओं के पहलवानों ने करबत दिखाए। बडे़ शिवलिंग की झांकी भी प्रस्तुत की गई। देर रात यहां से एकलिंगजी (कैलाशपुरी) के लिए पदयात्री भी रवाना होंगे।
एकलिंगजी ट्रस्ट के अनुसार महाशिवरात्रि की विशेष पूजा सोमवार रात 10 बजे से आरंभ होगी जो चार प्रहर तक निरंतर चलेगी। यह दूसरे दिन मंगलवार सुबह 11.30 से 12.00 बजे के बीच पूर्ण होगी। चारों प्रहर की पूजा में विशेष श्रृंगार किया जाएगा। विशेष पंचामृत धारण होगा।
52 रूद्राभिषेक : महाशिवरात्रि पर चारों प्रहर की पूजा में प्रत्येक प्रहर में 13 रूद्रीपाठ होंगे। प्रत्येक प्रहर में सवा नौ किलो, प्रत्येक दूध, दही, घी, शहद एवं शक्कर से पंचामृत श्रीएकलिंगनाथ को धारण कराया जाएगा। इस प्रकार कुल सवा 46 किलो की मात्रा में पंचामृत की सामग्री एक प्रहर में चढ़ाई जाएगी एवं 52 रूद्राभिषेक होंगे।
दर्शन सोमवार रात 10 बजे से दूसरे दिन मंगलवार अपरान्ह तक निरंतर खुले रहेंगे। दर्शनार्थी मंगलवार सुबह 11.30 बजे तक महाशिवरात्रि के दर्शन लाभ ले सकेंगे, इसके बाद नियमित त्रिकाल पूजा आरंभ होगी जिसके चलते सामान्य दर्शन पुन: मंगलवार रात्रि 8 बजे तक लगातार खुले रहेंगे।