फाइनेन्शियल हॉस्पीटल द्वारा फाइनेन्शियल प्लानिंग पर सेमीनार आयोजित
Udaipur. फाइनेन्स प्लानर गौरव खेमका ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में धन को नहीं आवश्यकताओं को प्राथमिकता बनाना चाहये क्योंकि आवश्यकतायें ही उसे धन दिलायेगी। मनुष्य इस भागमभाग जिन्दगी में धन के पीछे दौड़ रहा है लेकिन उसे यह मालूम नहीं है कि उसे जीवन में कितने धन की आवश्यकता होगी।
खेमका आज फाइनेन्शियल हॉस्पीटल उदयपुर द्वारा अपनी आठवीं वर्षगांठ पर होटल इंडिया इंटरनेशनल में आयोजित एक नोलेज सेमीनार में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होनें कहा कि जीवन में कभी भी दूसरों की आवश्यकताओं को अपनी आवश्यकताओं से तुलना कर अपना जीवन व्यर्थ नहीं करना चाहिये। जब प्रत्येक व्यक्ति की आवश्यकताएं, उसकी आयु, रिस्क, वेतन, जिम्मेदारी, दायित्व, सम्पत्ति समान नहीं है तो उनकी आवश्यकताओं से तुलना नहीं करनी चाहये।
शिक्षा, शादी व रिटायरमेंट तीनों की प्लानिंग करे : खेमका ने कहा कि जीवन में वेतन व अन्य लाभों से कमाये धन में से उसका बच्चों की शिक्षा, उनकी शादी व सबसे बाद में अपने रिटायरमेंट के समय जरूरत पडऩे वाले धन की आवश्यकता को ध्यान में रखकर प्लानिंग करे। उसके बाद यदि कुछ और धन बचता है उससे अपने सपने पूरे करने चाहिये।
बीमा को दे प्राथमिकता-जीवन है तो जहान है। यह बात उस समय पूरी होगी जब आपका जीवन बचेगा और जीवन को बचाये रखने के लिये मनुष्य को निवेश से पहले अपने जीवन का बीमा कराना चाहिये। बीमी भी इतना कराये कि वह आपके बाद कठिन समय में आपके परिवार के काम आ सके। जीवन में बढ़ती आकस्मिक दुर्घटनाओं को देखते प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य एंव दुर्घटना बीमा अवश्य कराना चाहिये जो आपात स्थिति में आपकी सहायता करेगा।
दवाएं होगी सरकारी नियंत्रण से मुक्त- खेमका ने कहा कि निकट भविष्य में औषधि व्यवसाय के सरकारी नियंत्रण से मुक्त होने से दवाओं के मूल्यों में भारी बढ़ोतरी की संभावना है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को इससे संबंधित बीमा कराना चाहिये। उन्होनें कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जीवन में अपनी वसीयत अपने हाथों से लिखकर उसे पंजीकृत कराना चाहिये।
बदलती जीवन शैली में बैकिंग सुविधाओं का योगदान- प्रत्येक व्यक्ति की जीवन शैली पिछले कुछ समय में काफी बदली है और उस बदलती जीवन शैली में बैंकिग सुविधाओं जिसमें क्रेडिट कार्ड की महत्वपूर्ण भूमिका रही। वर्तमान में बाजार में बचत के अनेक उत्पाद उपलब्ध है। सही समय पर सही उत्पाद का चयन कर उसमें निवेश करना चाहिये। यदि बैंक में बचत खाते में रखी रकम को लिक्विड खाते में डाली जाय तो उससे ब्याज भी अधिक मिलेगा और उस ब्याज पर कर कटौती भी कम होगी।
खेमका ने कहा कि भारत में अधिकांश व्यक्ति उन एजेन्टों से निवेश कराते है जो उनके रिश्तेदार होते है और वे व्यक्ति धोखा भी उन रिश्तेदार एजेन्ट से ही खाते है।इसलिये जनता को इस प्रवृत्ति से बचना होगा।
इससे पूर्व फाइनेन्शियल हॉस्पीटल के सीईओ मनीष पी.हिंगड़ ने फाइनेन्शियल हॉस्पीटल की 8 वर्षो की जीवन यात्रा के बारें में बताया। उन्होनें बताया कि फाइनेन्शियल प्लानिंग जीवन को बदलने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। जीवन में कमाये धन को सही समय पर सही जगह निवेश करने के लिये फैमेली प्लानर की आवश्यकता होती है। संचालन अंकिता श्रीवास्तव ने किया।