खरीदारी को उमड़े लोग
udaipur. होली पर्व पर बुधवार को बाजारों में काफी भीड़ रही। लोग खरीदारी के लिए उमड़ पडे़। धानमण्डीक में खाने-पीने की दुकानों लोग खरीदारी करने में लगे रहे। हालांकि इस बार हर वर्ष के बजाय बाजारों में भीड़ काफी कम रही। चाहे वह मिठाई की दुकानें हों या कपडे़ की। आदिवासी मार्केट भी ठंडे ही रहे। सर्राफा व्यववसायी भी सुस्ता ते रहे हैं। हालांकि धानमण्डी में काफी भीड़ रही लेकिन व्यापारियों के मुताबिक हर वर्ष के बजाय इस वर्ष काफी मंदी रही। महंगाई का असर साफ दिखा।
होलिका में डालने के लिए जहां हरे चने (लीलवे) तथा नारियल खरीदे गए वहीं महिलाओं ने घर में तलने के लिए स्नैजक्सन भी खरीदे। कई स्थाजनों पर होलिका दहन बुधवार शाम को प्रदोष काल में होगा तो कई स्था नों पर होलिका दहन 8 मार्च को सूर्योदय पूर्व ही होगा।
शहर के प्रमुख बाजारों सहित विभिन्न इलाकों में रंग, गुलाल, पिचकारियों, पटाखों के काउंटरों पर भीड़ रही। बच्चे पिचकारी खरीदने के लिए जिद करते भी दिखे। बाहर से आकर पक्का रंग बेचने वाले भी खूब रंग बेच रहे हैं।
रंग पर्व गुरुवार को मनाया जाएगा। मंदिरों में भगवान को गुलाल अर्पित करने के बाद घर में बड़ों को गुलाल लगाई जाएगी। फिर रिश्ते दारों के यहां मिलने जाएंगे। गत एक वर्ष में पैदा हुए बच्चे की ढूंढ मनाई जाएगी। यह मेवाड़ की परंपरा है। जिस घर में एक वर्ष यानी गत होली से इस होली के बीच बच्चा होता है, वहां इस परंपरा का निर्वहन होता है। इसका अर्थ यह कि सभी को पता लग जाए कि इस परिवार में एक सदस्य की वृद्धि हो गई है। वहीं इसी समयावधि में मृत्यु होने वाले परिवार में भी शोक निवारण के लिए समाजजन जाएंगे।
kya in vyapariyo ko khuli chhoot hai ki wo sadko ko apne baap ki samjh kar kaam le. aam janta ki asuvidha ki na to in ko chinta hai na sarkar ke janpratinidhiyo ko ya adhikariyo ko.
BHAGWAN BACHALO UDAIPUR KO.