एसोसिएशन ने कार्रवाई को अनुचित बताया
udaipur. इण्डियन कौंसिल ऑफ नर्सिंग के मापदण्डों के अनुसार नहीं चलने को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने संभाग के 11 और शहर के 8 नर्सिंग कॉलेजों पर छापे मारकर कार्रवाई की। उधर एसोसिएशन ऑफ नर्सिंग इंस्टीट्यूट ने कार्रवाई को अनुचित बताया है।ब्यूरो के महानिरीक्षक टी. सी. डामोर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशों के आधार पर यह कार्रवाई की गई। बताया गया कि कौंसिल से मान्य ता लेने के दौरान जो दस्तावेज पेश किए गए थे और कौंसिल के मापदण्डों के आधार पर ये कॉलेज नहीं चल रहे हैं।
जानकारी के अनुसार किसी नर्सिंग कॉलेज के पास तो खुद का भवन नहीं है और किराये के भवन में चल रहा है तो किसी के पास पढ़ने वाले छात्र नियमानुरूप नहीं है। इसी प्रकार किसी के पास हॉस्टल नहीं है तो किसी के पास मापदण्ड के अनुरूप अध्यापक नहीं हैं। ब्यूरो को ऐसे सभी कॉलेज पर छापा मारकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। इस पर डामोर के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल के नेतृत्व में ब्यूरो की टीम ने एक साथ कार्यवाही शुरू की जिससे सभी में हड़कम्प मच गया। अधिकतर कॉलेज प्रबंधक कॉलेज ही नहीं पहुंचे। ब्यूरो की टीम ने मौके पर जाकर रिकार्ड जब्तत किया और छात्र-छात्राओं से पूछताछ की। कार्रवाई किए जाने वाले कॉलेज में मेवाड़ नर्सिंग कॉलेज, सरस्वती कॉलेज ऑफ नर्सिंग, मास कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इन्द्रा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, सागर कॉलेज ऑफ नर्सिंग आदि शामिल हैं।
उधर एसोसिएशन के अध्यक्ष हरीश राजानी ने कहा कि नर्सिंग इंस्टीट्यूट्स की देखरेख के लिए नर्सिंग कौंन्सिल नियुक्त है। अगर कोई गलत है तो इनके माध्यम से ही कॉलेज पर कार्रवाई करनी चाहिए। ये शिक्षा के केन्द्र हैं न कि आपराधिक गतिविधियों के केन्द्रस कि राज्य सरकार को ब्यूरो से कार्रवाई करवानी पड़ी।