एक करोड़ रुपए मंजूर
udaipur. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर के संगठक मात्स्यकी महाविद्यालय में जल कृषि (मत्स्य पालन) की अनुभवात्मक प्रशिक्षण इकाई प्रारम्भ होगी। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के शिक्षा अनुभाग ने हाल ही महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर को दो अनुभवात्मक प्रशिक्षण इकाइयां स्थापित करने के लिए 108.3 लाख रुपये की वित्तिय स्वीकृति प्रदान की है।
विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. सुबोध शर्मा ने बताया कि पहली इकाई मात्स्यकी महाविद्यालय को जलकृषि (मत्स्य पालन) हेतु 77.5 लाख एवं दूसरी इकाई उद्यानिकी एवं वानिकी महाविद्यालय झालावाड़ को वाणिज्यिक उद्यानिकी पर अनुभवात्मक प्रशिक्षण इकाई स्थापित करने के लिए 30.8 लाख की वित्तिय स्वीकृति इसी वित्तीपय वर्ष में प्रदान की गई है, इन इकाईयों पर विश्वविद्यालय द्वारा शीघ्र ही कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।
मात्स्यकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विमल शर्मा ने बताया कि दिसम्बर 2011 में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली के सहायक महानिदेशक डॉ. सी देवा कुमार की अध्यक्षता में आई समीक्षा समिति के समक्ष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. एस. चाहल एवम् महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विमल शर्मा ने मात्स्यकी महाविद्यालय में अनुभवात्मक प्रशिक्षण इकाईयां स्थापित करने का पक्ष मजबूती से रखा जिससे महाविद्यालय के प्रथम बैच को इस इकाई का लाभ मिल सकेगा।
डॉ० विमल शर्मा ने बताया कि इस आर्थिक मदद से 43 लाख रुपये की लागत से मत्स्य फार्म बनाया जा सकेगा तथा महाविद्यालय के छात्र इस फार्म के तालाबो में स्वयं मछली पालन कर फिल्ड आधारित अनुभवात्मक प्रशिक्षण प्राप्त कर पायेंगे। इस परियोजना के द्वारा अर्जित लाभ भी महाविद्यालय के विद्यार्थियों मे समान रुप सें वितरित किया जायेगा।