गांधी शिल्प बाजार 2012
उदयपुर। राजस्थान के बगरू क्षेत्र की प्रसिद्ध प्रिन्ट्स न केवल राजस्थान वरन् देश के विभिन्न हिस्सों में अपने पक्के रंगो के कारण काफी प्रसिद्धी प्राप्त की है। इस प्रिन्ट्स के रंगो को पक्का करने के लिये काफी मेहनत करनी पड़ी है तब जा कर इसके रंग गहरे एंव पक्के बनते है।
बगरू से वहां की प्रसिद्ध प्रिन्टों को लेकर आये रामबाबू ने बताया कि वे टाऊन हॉल में चल रहे दस दिवसीय रूडा (रूरल नॉन फार्म डवलपमेंट एजेंसी) की ओर से राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला ‘गांधी शिल्प बाजार 2012’ में कलमकारी व ट्रेडिशनल बूटी के सलवार सूट, शो पीस,साड़ी, डबल बेडशीट्स आदि लेकर आये है। बगरू प्रिन्टो को लेकर जनता को अधिक समझानें की आवश्यकता नहीं पड़ती है क्योंकि वे इस प्रिन्ट्स की महत्ता को समझते है। उन्हानें बताया कि रंगो को पक्का करने के लिये किसी कपड़े पर इन्हें छापकर लगभग साढ़े चार घ्ंाटे तक गर्म पानी में उबाला जाता है और 4 बार उसकी धुलाई की जाती है तब जाकर उसका रंग पक्का बनता है। मेले में बगरू पिन्ट की मांग बहुत ज्यादा है।